दिल्ली की सातो सीटों पर बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर

दिल्ली की सातो सीटों पर बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबले की संभावनाओं के बीच दिल्ली का मतदाता अभी खामोश हैं।

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली की सभी 7 सीटों पर विजय हासिल की थी इसलिए लोकसभा चुनाव उसके लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न हैं। वहीँ कांग्रेस और आप के पास दिल्ली में खोने के लिए कुछ भी नहीं है।

बीजेपी नेताओं के लिए सबसे बड़ा टेंशन चुनावी माहौल को लेकर है। इस बार चुनाव में न तो 2014 के चुनाव जैसी मोदी लहर है और न ही दिल्ली के लिए मोदी सरकार ने ऐसा कोई बड़ा काम किया है जिसके आधार वोट मांगे जा सकें। इस सब के विपरीत दिल्ली का वो व्यापारी वर्ग बीजेपी से नाराज़ है जिसे सीलिंग, नोट बंदी और जीएसटी के चलते दिक्क्तें झेलनी पड़ी हैं।

ऐसे हालातो में बीजेपी को पसीना आना लाजमी है। चुनाव विश्लेषको की माने तो इस बार बीजेपी के लिए लड़ाई 2014 जैसी आसान नहीं होगी और उसे हर सीट पर कड़ी टक्कर मिलेगी। बीजेपी नेताओं की सभाओं में भीड़ न जुटना इस बात का बड़ा संकेत है कि इस बार बीजेपी को लेकर मतदाताओं के रुझान में बड़ा परिवर्तन आया है।

जानकारों के मुताबिक कांग्रेस द्वारा अपने पुराने चिरपरिचित चेहरों को उम्मीदवार बनाये जाने से बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच आमने सामने की लड़ाई होने की संभावनाएं समाप्त हो चुकी हैं। ऐसे में हर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा।

जहाँ तक जातिगत समीकरणों का सवाल है तो तीनो ही पार्टियों ने जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखकर अपने उम्मीदवारों का चयन किया है, लेकिन इस सब के बावजूद बीजेपी के लिए इस बार दलित, जाट, गुर्जर और ब्राह्मण मतदाताओं में बड़ी सेंधमारी करना संभव नहीं दिखता।

जहाँ तक मुस्लिम बाहुल्य इलाको का सवाल है तो इन इलाको में मुस्लिम मतो का दो जगह बंटवारा तय है लेकिन इसका लाभ बीजेपी कितना उठा पाएगी फ़िलहाल ये कहना मुश्किल होगा।

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को न सिर्फ मोदी लहर और मतदाताओं के केंद्र की यूपीए सरकार विरोधी रुख का भरपूर लाभ मिला था लेकिन इस बार स्थति बदली हुई है। केंद्र में खुद बीजेपी की सरकार है और दिल्ली का व्यापारी मतदाता बीजेपी से नाराज़ है। ऐसे हालातो में बीजेपी नेताओं का टेंशन बढ़ सकता है।

ये हैं उम्मीदवार:

चांदनी चौक लोकसभा सीट –

जे पी अग्रवाल (कांग्रेस), डा हर्षवर्धन (बीजेपी), पंकज गुप्ता(आप)

पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट –

अरविन्द सिंह लवली(कांग्रेस), गौतम गंभीर(बीजेपी), आतिशी(आप)

नई दिल्ली लोकसभा सीट –

अजय माकन (कांग्रेस), मीनाक्षी लेखी(बीजेपी), बृजेश गोयल(आप)

नार्थ ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट-

शीला दीक्षित(कांग्रेस), मनोज तिवारी(बीजेपी), दिलीप पांडे(आप)

नार्थ वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट-

राजेश लिलोठिया(कांग्रेस), हंसराज हंस(बीजेपी), गुग्गन सिंह(आप)

दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट-

विजेंद्र सिंह (कांग्रेस), रमेश बिधूड़ी(बीजेपी), राघव चड्डा(आप)

पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट-

महाबल मिश्रा(कांग्रेस), प्रवेश वर्मा(बीजेपी), बलवीर सिंह जाखड़ (आप)

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TeamDigital