ट्रिपल तलाक: आज राज्य सभा में फिर सरकार को पटखनी देने की तैयारी में विपक्ष
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नई दिल्ली। ट्रिपल तलाक को कानूनी जामा पहनाने की तैयारी में जुटी मोदी सरकार को आज एक बार फिर राज्य सभा में झटका लग सकता है। ट्रिपल तलाक को लेकर सरकार द्वारा लाया गया बिल लोकसभा में पारित हो चूका है। अब सरकार के सामने इस बिल को राज्य सभा में भी पास कराने की बड़ी चुनौती है।
राज्य सभा में एनडीए के पास बहुमत न होने के चलते एक बार फिर यह बिल राज्य सभा में लटक सकता है और विपक्ष की मांग के मुताबिक इस बिल को एक बार फिर से सेलेक्ट कमेटी के पास भेजना पड़ सकता है।
ट्रिपल तलाक बिल को राज्य सभा में पास कराने के लिए सरकार ने अपने स्तर से कोशिशें अवश्य की हैं लेकिन विपक्ष की एकता के आगे सरकार को एक बार फिर घुटने टेकने पड़ सकते हैं।
राज्य सभा में बिल पेश होने से पहले ही करीब 12 राजनीतिक दलों ने सभापति वेंकैया नायडू को चिट्ठी लिख इसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग की है। इन 12 पार्टियों में कांग्रेस, एनसीपी, टीडीपी, टीएमसी, सीपीआई, सीपीएम और आम आदमी पार्टी जैसे दल शामिल हैं।
इससे पहले कल बीजेपी, कांग्रेस, टीडीपी सहित कई दलों ने अपने सदस्यों के लिए व्हिप जारी कर उन्हें सदन में मौजूद रहने को कहा है। संभावना है कि राज्य सभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तगड़ा शक्ति प्रदर्शन हो सकता है।
क्या है राज्य सभा की स्थति:
बता दें कि राज्य सभा में एनडीए के सदस्यों की तादाद सरकार के पक्ष में नहीं हैं। संसद के उच्च सदन राज्यसभा में संख्या की बात की जाए तो इस समय कुल सदस्यों की संख्या 244 है, जिसमें 4 सदस्य नामित हैं।
राज्य सभा में सत्ता पक्ष (एनडीए) के पास 97 सदस्य हैं, जिसमें बीजेपी के 73, जेडीयू के 6, 5 निर्दलीय, शिवसेना के 3, अकाली दल के तीन, 3 नामित सदस्य, बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट के 1, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के 1, नागा पीपल्स फ्रंट के 1, आरपीआई के 1 सांसद शामिल हैं।
वहीँ संख्या बल के मामले में देखा जाए तो विपक्ष सरकार पर भारी है। इस समय राज्य सभा में विपक्ष के पास 115 सांसद हैं, जिसमें कांग्रेस के 50, टीएमसी के 13, समाजवादी पार्टी के 13, तेलगुदेशम के 6, राजद के 5, सीपीएम के 5, डीएमके के 4, बसपा के 4, एनसीपी के 4, आम आदमी पार्टी के 3, सीपीआई के 2, जेडीएस के 1, केरल कांग्रेस (मनी) के 1, आईएनएलडी के 1, आईयूएमएल के 1, 1 निर्दलीय और 1 नामित सदस्य शामिल हैं।