चुनाव आयोग ने बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की संभावनाओं को नकारा

चुनाव आयोग ने बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की संभावनाओं को नकारा

कोलकाता। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने ईवीएम की जगह पुरानी पद्धति बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की संभावनाओं से इंकार किया है। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि मतदान की पुरानी पद्धति पर लौटने का कोई सवाल ही नहीं उठता।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की मांग को खारिज करते हुए सुनील अरोड़ा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने मतपत्रों से मतदान फिर शुरू करने के खिलाफ कई बार फैसले दिए हैं।

उन्होंने कहा कि हम चुनाव की पुरानी प्रणाली मतपत्रों के युग में वापस नहीं जाने वाले। इतना ही नहीं मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय कई बार कह चुका है कि मतपत्र अतीत की बात है।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने जम्मू कश्मीर में चुनाव को लेकर कहा कि अभी गृह और विधि मंत्रालयों से औपचारिक संदेश का इंतजार है।

गौरतलब है कि विपक्ष ईवीएम को लेकर लगातार शंका ज़ाहिर करता रहा है और 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की मांग जोर पकड़ रही है।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने अभी हाल ही में यूपीए चेयर पर्सन सोनिया गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात कर ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू करने की बात कही थी।

21 अगस्त को मनसे महाराष्ट में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू करने जा रहा है। इस आंदोलन को एनसीपी, कांग्रेस सहित हम विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त है।

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TeamDigital