घट रही मोदी सरकार की ताकत: अविश्वास प्रस्ताव पर टीएमसी, AIMIM भी साथ

घट रही मोदी सरकार की ताकत: अविश्वास प्रस्ताव पर टीएमसी, AIMIM भी साथ

नई दिल्ली। वर्ष 2014 में धमाकेदार बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी की वर्ष 2018 आते आते ताकत घट चुकी है। 2014 में 283 सीटों वाली बीजेपी के साथ एनडीए का कुनबा 383 सीटों का था, जो अब लगातार घटता जा रहा है।

आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का एलान किया है। वाईएसआर पार्टी के 6 सांसदों ने शुक्रवार के लिए लोकसभा महासचिव को प्रस्ताव का नोटिस दिया है। टीडीपी लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी ।

वहीँ AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन का ऐलान किया है। ओवैसी के अलावा ममता बनर्जी की टीएमसी ने भी इस प्रस्ताव के समर्थन करने की बात कही है। सीताराम येचुरी ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी।

जगन मोहन रेड्डी की पार्टी इसके लिए अन्य विपक्षी दलों से समर्थन भी जुटा रही है। पार्टी के सांसद जगन की ओर से लिखे गए एक पत्र को संसद के भीतर विपक्षी सांसदों के बीच बांट रहे हैं और उनसे इस प्रस्ताव का समर्थन करने की अपील कर रहे हैं। सदन में इस प्रस्ताव को पेश करने के लिए कम से कम 50 सांसदों का समर्थन जरूरी होता है।

पहले शिवसेना ने बीजेपी से अपना दामन छुड़ाया, उसके बाद टीडीपी ने भी एनडीए से रिश्ता तोड़ लिया है। यूपी-बिहार उपचुनावों के परिणाम आने के बाद सदन में भाजपा की सीटों की संख्या 2014 के 282 से घटकर अब 272 पर पहुंच गई है।

2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से अब तक लोकसभा के 19 उपचुनाव हो चुके हैं। इन उपचुनावों के रिजल्ट भाजपा की ताकत कम करने वाले रहे हैं। . उपचुनावों में कई सीटें बीजेपी के हाथ से निकल चुकी हैं।

पंजाब में गुरुदासपुर सीट, राजस्थान में अजमेर और अलवर लोकसभा उपचुनावों में पराजय के बाद बीजेपी हाल ही में गोरखपुर, फूलपुर और अररिया लोकसभा सीटें भी गंवा चुकी है।

फ़िलहाल जो स्थति है उसे देखकर लगता है कि बीजेपी की लोकप्रियता दिनों दिन गिर रही है। उपचुनावों में लगातार बीजेपी की हार का असर कर्नाटक में भी देखने को मिल सकता है।

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TeamDigital