क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाया
नई दिल्ली। जहाँ एक तरफ सरकार 5 ट्रिलियन इकॉनोमी के दावे कर रही है वहीँ दूसरी तरफ क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत का जीडीपी ग्रोथ अनुमान घटा दिया है।
इससे पहले अभी हाल ही में देश के केंद्रीय बैंक आरबीआई ने भी भारत के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को कम कर दिया था। अब मूडीज द्वारा जारी ताजा रेटिंग में वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत की जीडीपी का ग्रोथ रेट अनुमान घटाकर 5.8 फीसदी कर दिया गया है।
इससे पहले मूडीज ने वर्तमान वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी में 6.2 फीसदी ग्रोथ का अनुमान लगाया था। अपनी ताजा रिपोर्ट में मूडीज ने जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान में 0.4 फीसदी की कटौती कर दी है।
हालांकि मूडीज का मानना है कि अगले वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट सुधरेगी। मूडीज ने 2020-2021 में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में कमी किये जाने की वजह बताते हुए मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जीडीपी के 8 फीसदी ग्रोथ रेट का अनुमान निवेश में भारी कमी, मांग में कटौती और आर्थिक दबाव से पैदा हुई आर्थिक सुस्ती की वजह से कमजोर पड़ गया है।
रेटिंग एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में उच्च बेरोजगारी दर और वित्तीय संस्थानों की आर्थिक बदहाली को भारत में छायी आर्थिक सुस्ती की वजह बताया है। मूडीज ने साफ कहा है कि अगर भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती जारी रहती है तो इसके गंभीर नतीजे होंगे।
मूडीज द्वारा जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाना मोदी सरकार के लिए एक और झटका बताया जा रहा है। इससे पहले भारतीय रिज़र्व बैंक के ताजा आकलन के अनुसार वित्तवर्ष 2019-2021 में देश की जीडीपी में 6.1 फीसदी की दर से ग्रोथ हो सकता है। इससे पहले के अपने आकलन में आरबीआई ने जीडीपी ग्रोथ रेट 6.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया था।