कस्टम विभाग की तिजोरियों से लापता है 80 किलो सोना, अब जांच करेगी सीबीआई

नई दिल्ली । इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की कस्टम की तिजोरियों से तस्करों से जब्त किया गया 25 करोड़ रुपए से ज्यादा मूल्य का सोना रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। इसके बाद अधिकारियों ने सीबीआइ जांच के आदेश दिए हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सर्राफा और जेवरात दोनों रूपों में जब्त 80 किलोग्राम से ज्यादा सोना पिछले तकरीबन चार साल के दौरान कस्टम्ज के भंडारगृह से गायब हो गया है। इन तमाम मामलों में इनकी जगह पीले रंग की सस्ती धातु रख दी गई। मौजूदा बाजार दरों के हिसाब से जब्त सोने की कीमत 25 करोड़ रुपए आंकी गई है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सोने के गायब होने के मामलों की जानकारी पहले दिल्ली पुलिस को दी गई थी। जब सोना गायब होने का सिलसिला जारी रहा तो वित्तमंत्री अरुण जेटली की मंजूरी के बाद वित्त मंत्रालय ने इसकी सीबीआइ जांच कराने का फैसला किया।

सीबीआइ को मामले की प्राथमिक जांच (पीई) दर्ज करने और यह पता लगाने को कहा गया कि कैसे उच्च पहरे वाले स्ट्रांगरूम में सोने की जगह सस्ती धातु रखी गई। गायब हुए सोने के मामले का संबंध 2012 और जून 2016 के बीच के हैं। वित्त मंत्रालय की सतर्कता शाखा भी कस्टम अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका की जांच कर रही है।

इससे पहले, पीटीआई के तरफ से दायर आरटीआइ प्रश्न के जवाब में दिल्ली कस्टम्ज ने कहा था कि छह करोड़ रुपए से ज्यादा महत्त्व का तकरीबन 23 किलोग्राम सोना उसके भंडारगृह से गायब हो गया है। इस साल, जून में कस्टम अधिकारियों ने अपने स्ट्रांगरूम से 2.92 करोड़ रुपए मूल्य के 11 किलोग्राम सोने के गायब होने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

यह सोना हवाई अड्डे पर यात्रियों से जब्त किया गया था। इससे पहले चोरी की इसी तरह की घटना का एक मामला 2014 में दर्ज कराया गया था। इसी तरह के मामले 16 और 20 जनवरी, 30 अप्रैल और 23 दिसंबर 2014 को दिल्ली पुलिस के समक्ष दर्ज कराए गए थे जिसमें लाखों रुपए के सोना की जगह कोई पीले रंग का धातु रख दी गई थी।

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