कर्नाटक: विधायकों को खरीदने की कोशिश जारी, कांग्रेस ने जारी किया एक और ऑडियो क्लिप

कर्नाटक: विधायकों को खरीदने की कोशिश जारी, कांग्रेस ने जारी किया एक और ऑडियो क्लिप

नई दिल्ली। कर्नाटक में आज फ्लोर टेस्ट पर नंबर गेम से जूझ रही भारतीय जनता पार्टी पर आरोप है कि वह कांग्रेस और जेडीएस विधायकों को प्रलोभन देकर खरीदना चाहती है।

कल कांग्रेस की तरफ से जारी किये गए खरीद फरोख्त के प्रयास वाले एक ऑडियो क्लिप के बाद आज एक और ऑडियो क्लिप जारी किया गया है। वहीँ एक अन्य ऑडियो क्लिप में दावा किया जा रहा है कि स्वयं बीएस येदुरप्पा फोन पर कांग्रेस विधायक को मंत्रिपद ऑफर कर रहे हैं।

कांग्रेस द्वारा जारी नई क्लिप में बीएस येदुयुरप्पा के बेटे विजयेंद्र कांग्रेस के एक विधायक की पत्नी को फोन कर रिश्वत देने की बात कहते सुनाई दे रहे हैं। आरोप है कि क्लिप में विजयेंद्र ने येदियुरप्पा सरकार का समर्थन करने के एवज में एक मंत्रालय और 5 करोड़ या फिर 15 करोड़ रुपये देने की बात कही।

फ्लोर टेस्ट का लाइव टेलीकास्ट:

कर्नाटक में आज होने वाले शक्ति परीक्षण का लाइव टेलेकास्ट किया जायेगा। इससे पहले आज प्रोटेम स्पीकर में मुद्दे पर सुप्रीमकोर्ट में बहस हुई। कोर्ट ने प्रोटेम स्पीकर को शक्ति परीक्षण करने की अनुमति दे दी लेकिन कांग्रेस की मांग पर शक्ति परीक्षण का लाइव टेलीकास्ट किये जाने का फैसला सुनाया।

इससे पहले शुक्रवार को सुप्रीमकोर्ट ने कांग्रेस की उस मांग को ठुकरा दिया था जिसमे उसने फ्लोर टेस्ट की विडिओग्राफी कराये जाने की मांग की थी। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के शुक्रगुजार हैं कि फ्लोर टेस्ट का लाइव टेलीकास्ट होगा। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य था पारदर्शी तरीके से पारदर्शिता हो। वह हमारा उद्देश्य पूरा हो गया।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई और कोर्ट ने दलीलें सुनने के बाद जस्टिस बोबडे ने कहा कि अगर आप (सिब्बल) स्पीकर के निर्णय पर सवाल उठाएंगे तो हमे प्रोटेम को नोटिस जारी करना होगा। ऐसे में फ्लोर टेस्ट को भी टालना पड़ सकता है, क्योंकि पहले बोपैया की नियुक्ति की जांच करनी होगी. इस पर कांग्रेस ने अपनी याचिका वापस ले ली।

कोर्ट के बाद कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि “हमने कोर्ट से कहा कि कोई प्रैक्टिकल समाधान तलाशा जाए, क्योंकि हम चाहते हैं कि आज ही फ्लोर टेस्ट हो। इस पर ये बात सामने आई कि बहुमत परीक्षण का लाइव प्रसारण होगा। उन्होंने कहा कि हम भी पारदर्शिता ही चाहते थे और लाइव प्रसारण से यह सुनिश्चित हो गया।”

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