अहमदाबाद की 16 सीटों पर समीकरण बदलने से बीजेपी में टेंशन
अहमदाबाद ब्यूरो। गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में अहमदाबाद की उन 16 विधानसभाओं में भी चुनाव होना है जो कभी बीजेपी के गढ़ माने जाते रहे हैं लेकिन इस बार मामला बदला हुआ है।
अहमदाबाद की 16 विधानसभाओं में बदले समीकरण से बीजेपी में टेंशन होना स्वाभाविक है। समीकरण बदलने के पीछे बड़ा कारण पाटीदारो, दलितों की बीजेपी से नाराज़गी और ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर का कांग्रेस में शामिल होना है।
1990 से लेकर अब तक बीजेपी का इन 16 विधानसभाओं में बड़ा दबदबा रहा है। पिछले विधानसभा चुनावो में भारतीय जनता पार्टी यहाँ 16 में से 14 सीटें जीती थीं लेकिन इस बार पाटिदारो की नाराज़गी के चलते पाटीदार बाहुल्य पांच विधानसभा क्षेत्रो में समीकरण पूरी तरह पलट गए हैं।
घटलोदिया, निकोल, मणिनगर, साबरमती और ठक्करबापा नगर विधानसभा क्षेत्रो में पाटीदार मतदाता ही हार जीत तय करते आये हैं। इन विधानसभाओं में शुरू से ही अधिक तादाद होने के चलते पाटीदार मतदाताओं का ही दबदबा रहा है।
इससे पहले कल पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद में रोड शो के बाद एक सभा को सम्बोधित करते हुए बीजेपी के लिए अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए थे। उन्होंने अपने भाषण में पाटीदार युवाओं को सन्देश दिया था कि हमने बीजेपी के साथ जैसा सौराष्ट्र और सूरत में क्या ठीक वैसा ही अहमदाबाद में करेंगे।
वहीँ अहमदाबाद की चार अन्य विधानसभा सीटों पर दलित मुस्लिम और ओबीसी हार जीत का फैसला करते हैं। पुराने परिणामो को देखकर पता चलता है कि जिस पार्टी को दलित, मुस्लिम और ओबीसी में से दो समुदायों का समर्थन मिलता है वही चुनाव जीतता है।
इन चार विधानसभाओं में जमालपुर-खाड़िया, दरियापुर, दनीलीमादा और वेजलपुर में पिछले चुनावो में बीजेपी दलित और ओबीसी कॉम्बिनेशन पर चुनाव जीतती रही है लेकिन इस बार दलित बीजेपी से नाराज़ हैं, वहीँ ओबीसी मतदाताओं पर अल्पेश ठाकोर के प्रभाव के चलते बीजेपी के परम्परागत वोट बैंक में बड़ी सेंध लग चुकी है तथा मुसलमान पहले से कांग्रेस के साथ रहे हैं।
जानकारों की माने तो 16 में से ये 11 सीटें जीतना बीजेपी के लिए इस बार लोहे के चने चबाने जैसा है। वहीँ साबरमती और असरवा पर कांग्रेस के सिटिंग एमएलए हैं। 2012 के चुनाव में अहमदाबाद में ये दोनों सीटें ही कांग्रेस जीत पाई थी।
बता दें कि गुजरात में 14 दिसंबर को दूसरे चरण का मतदान होना है। दूसरे चढ़ने के चुनाव के लिए प्रचार का काम आज शाम को थम जाएगा। 18 दिसंबर को मतगणना होगी और उसी दिन नतीजे घोषित किये जायेंगे।