अमेरिकी कंपनी ने स्वीकारा: ईवीएम में लगा था रिमोट से कंट्रोल होने वाला सॉफ्टवेयर

अमेरिकी कंपनी ने स्वीकारा: ईवीएम में लगा था रिमोट से कंट्रोल होने वाला सॉफ्टवेयर

नई दिल्ली। अमेरिका में ईवीएम बनाने वाली एक कम्पनी ने स्वीकार किया है कि उसकी ईवीएम में रिमोट से कंट्रोल होने वाला एक सॉफ्टवेयर मौजूद था। इलेक्शन सिस्टम एंड सॉफ्टवेयर (ES&S) नाम की कंपनी ने खुलासा किया कि उसके द्वारा बनायीं गयी ईवीएम मशीन को सॉफ्वेयर के माध्यम से हैक किया जा सकता था।

ईवीएम बनाने वालों कंपनियों की लिस्ट में इलेक्शन सिस्टम एंड सॉफ्टवेयर (ES&S) का नाम सबसे ऊपर आता है। 2006 में अमेरिका में हुए इलेक्शन में 50 फीसदी से अधिक मशीने इसी कम्पनी की इस्तेमाल में लायी गयी थीं।

मदरबोर्ड नाम की एक वेबसाइट की रिपोर्ट में इसका दावा किया गया है और इसके पास वह पत्र भी है जिसमें कंपनी ने यह स्वीकार किया है कि उसकी बनायीं ईवीएम में ऐसा सॉफ्वेयर मौजूद था जिसे रिमोट के ज़रिये दूर बैठकर हैक किया जा सकता था।

वेबसाइट के अनुसार कंपनी ने अमेरिकी सेनेटर रॉन वाइडेन ने एक पत्र के जबाव में कहा है कि साल 2000-2006 के बीच बेचे गए ईवीएम में pcAnywhere नामक सॉफ्टवेयर था।

कम्पनी का कहना है कि उसने 2007 के बाद से ईवीएम मशीनों में pcAnywhere नामक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल बंद कर दिया तथा बाद में बनायीं गयी ईवीएम मशीनों में उस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नहीं किया गया है।

वेबसाइट के मुताबिक हैकर्स ने pcAnywhere सॉफ्टवेयर का सोर्स कोड उड़ा लिए थे और 2012 तक इस्तेमाल किए। इस खुलासे के बाद अमेरिका में 2006 से 2012 के बीच हुए चुनावो पर शंका ज़ाहिर की जा रही है।

हालाँकि इस कम्पनी की ईवीएम का भारत में इस्तेमाल नहीं हुआ लेकिन यह सवाल अवश्य पैदा होता है कि क्या सॉफ्टवेयर की मदद से किसी ईवीएम को है किया जा सकता है अथवा नहीं ?

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TeamDigital