अगस्ता वेस्टलैंड हैलिकॉप्टर मामला : सोनिया ने ललकारा, कहा ‘मैं नहीं डरती, 2 साल में क्यों नहीं की जांच’

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नई दिल्ली । अगस्ता वेस्टलैंड हैलिकॉप्टर घूसकांड पर सियासी गलियारों में एक बार फिर भूचाल आया है। भाजपा जहां इसे मौका मानकर कांग्रेस से सफाई मांग रही है वहीं कांग्रेस इस मामले में चुप बैठने के बजाए पलटवार करने का मन बना चुकी है। सोनिया गांधी ने तो इस मामले में ये कह दिया कि विरोधियों को बोलने दो मेरा नाम, मेरे पास छुपाने को कुछ नहीं।

वहीं इससे पहले भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने जैसे ही राज्यसभा में सोनिया गांधी का नाम लेते हुए कहा कि घूस का पैसा इनके पास भी आया है। कांग्रेस के सभी सांसद वेल में आकर हंगामा करने लगे। हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही से सोनिया गांधी का नाम हटा दिया गया है। इससे पहले राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि इटली के पीएम और अपने पीएम के बीच क्या कोई मुलाकात हुई।

इस आरोप का जवाब देते हुए नेता सदन अरुण जेटली ने कहा ये आरोप निराधार है। इस बीच जैसे ही भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी का नाम लिया सदन में हंगामा शुरू हो गया। इस कारण सदन को स्थगित करना पड़ गया।

कांग्रेस का सवालः हमने कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया तो मोदी क्यों हटाना चाहते हैं
अगस्ता वेस्टलैंड मामले पर राज्यसभा में मामला उठाते हुए नेता विपक्ष गुलाम नबी ने कहा, यूपीए सरकार ने कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया था। पूरी डील ही रद्द कर दी गई। जो पैसा बतौर एडवांड दिया गया उसे भी वापस लाया गया।

जो तीन हैलिकॉप्टर आ चुके थे, उनको भी वापस किया गया। हमने इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया था तो मोदी सरकार ने इससे हटाने की कोशिश क्यों की। क्या मोदी जी और इटली के पीएम के बीच कोई मुलाकात हुई थी। लोकसभा में यह मामला मल्लिकार्जुन खडगे ने उठाया।

कांग्रेस ने बनाई रणनीति
इससे पहले अगस्ता वेस्टलैंड मामले पर भाजपा को जवाब देने के लिए बुधवार सुबह कांग्रेस की उच्च स्तरीय बैठक हुई। 10 जनपथ पर सोनिया गांधी की अगुवाई में हुई इस बैठक में मलिल्कार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्या सिंधिया और आनंद शर्मा समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता थे। बैठक में चर्चा हुई कि कैसे विरोधी पार्टियों से सदन में निपटा जाए। पूर्व रक्षा मंत्री ए. के एंटनी ने फिर कहा कि मामले में हमारी सरकार रहते हमने कदम उठाए थे। बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम इस मामले पर संसद में चर्चा के लिए तैयार हैं।

इंटरपोल की मदद लेगी सीबीआई
इटली की कोर्ट द्वारा अगस्ता वेस्टलैंड मामले में आए बयान से स्पष्ट हो गया है कि भारतीय अधिकारियों ने करीब 3600 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी। अब सीबीआई ने इस सौदेबाजी के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल की मदद लेने का फैसला किया है। मिशेल अभी ब्रिटेन में है, उसके खिलाफ 4 जनवरी को रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है।

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