सांप्रदायिक सोच किसकी ? मुस्लिम पत्रकार से कहा-आप जैसे लोग IM के लिए बन जाते हो कवच

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नई दिल्ली । अरनब गोस्वामी कौन हैं ? वे भी एक पत्रकार हैं , वे किसी कोर्ट के जज नहीं हैं , वे पुलिस विभाग के मुखिया नहीं है फिर उन्होंने किस हक़ से फैसला सुना दिया ये एक गम्भीर बात है । टाइम्स नाउ के पत्रकार अरनब गोस्वामी चीखकर क्या जताना चाहते हैं कि वे हिन्दुत्व के सबसे बड़े प्रचारक हैं या केंद्र सरकार के सबसे बड़े चापलूस हैं ? वे खुद सांप्रदायिक ताकतों की पैरवी करते रहे हैं ।

अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी लाइव शो के दौरान एक मुस्लिम पत्रकार पर आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के लिए कवच का काम करने का आरोप लगाते हुए नजर आए। चैनल पर आईएसआईएस के सामने आए नए वीडियो में बाटला हाउस एनकाउंटर में शामिल आतंकी को लेकर डिबेट हो रही थी। शो में तहलका मैगजीन के पत्रकार असद अशरफ को भी बुलाया गया था।

जब शो में अशरफ बाटला हाउस एनकाउंटर पर अपनी राय रख रहे थे तो उससे अरनब सहमत नहीं हुए। अशरफ की राय से असहमति जताते हुए अरनब ने कहा, ‘आप जैसे लोग आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के लिए कवच का काम करते हैं।’

वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अरनब गोस्वामी की काफी आलोचना की जा रही है। तहलका संस्थान सहित कई अशरफ के समर्थन में उतर आए हैं। सोशल मीडिया पर अरनब से माफी मांगने की मांग की जा रही है।

तहलका मैगजीन ने अरनब के इस बयान की निंदा की है। तहलका की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि तहलका संस्थान असद अशरफ के साथ खड़ा है। रिपोर्ट में कहा गया, ‘अशरफ ने शो के दौरान बाटला हाउस एनकाउंटर की पुलिस जांच की कमियों की ओर ध्यान दिलाया था।

उन्होंने एनकाउंटर में मारे गए किसी भी कथित आतंकी को क्लीन चिट नहीं दी थी। एक पत्रकार के नाते असद को पूरा हक है कि वे मामले की जांच कर सकते हैं और ऑफिशियल वर्जन पर सवाल उठा सकते हैं। तहलका संस्थान का पूरा स्टाफ असद के समर्थन में है।’

अंग्रेजी वेबसाइट www.thecitizen.in पर एक लेख में अशरफ ने लिखा, ‘टाइम्स नाऊ टीवी स्टूडियो में मैं एक पत्रकार के तौर पर गया था, लेकिन जब वापस आया तो मुझ पर एक कट्टरपंथी का तमगा लगा हुआ था।’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘मुझे पहले से पता था कि मुझे बोलने का मौका नहीं दिया जाएगा।

जब मेरे पास शो के लिए बुलावा आया तो मैंने मना कर दिया था, लेकिन चैनल की तरफ से मुझसे वादा किया गया कि आपको बोलने का पूरा मौका दिया जाएगा। शो में वही हुआ कि मुझे बोलने का मौका नहीं दिया गया। हालांकि, यह मुझे पहले से पता था, लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि मैं जब घर वापस आउंगा तो एक कट्टरपंथी का तमगा लेकर आऊंगा।’

गोस्वामी ने अशरफ को एक नकली धर्मनिरपेक्ष भी बताया। गोस्वामी ने कहा, ‘आप लोगों को नहीं पता कि जो खेल आप नकली धर्मनिरपेक्षता के आधार पर खेल रहे हैं वह कितना खतरनाक है।’

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