यूनिवर्सिटी ने मुस्लिम छात्र को PhD परीक्षा से रोका, कहा- आपके खिलाफ है बीफ खाने का केस

Hyderbad

हैदराबाद । हैदराबाद स्थित अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा विश्‍वविद्यालय (ईएफएलयू) ने एक छात्र को बीफ खाने के चलते पीएचडी परीक्षा में बैठने से रोक दिया। अंग्रेजी वेबसाइट द न्‍यूज मिनट की रिपोर्ट के अनुसार केरल के रहने वाले 27 वर्षीय मोहम्‍मद जलीस को यूनिवर्सिटी में बीफ फेस्टिवल आयोजित करने और बीफ खाने के चलते परीक्षा नहीं देने दी।

यह घटना छह मई की है। छात्र जब प्रवेश पत्र लेने विश्‍वविद्यालय गया तो उसे कहा गया कि वह परीक्षा में नहीं बैठ स‍केगा। जलीस ने इसी यूनिवर्सिटी से अरबी में एमए किया था।

जलीस ने बताया कि 7 मई को होने वाली एंट्रेस परीक्षा के लिए वह यूनिवर्सिटी गया था। उसे बताया गया कि वह जाकर प्रोक्‍टर प्रकाश कोना से मिले। कोना ने उसे बताया कि वह परीक्षा में बैठने के योग्‍य नहीं है क्‍योंकि उस पर बीफ फेस्टिवल के चलते पुलिस केस दर्ज है। जलीस के अनुसार उसे नहीं पता था कि उस पर मामला दर्ज है। साथ ही वह यूनिवर्सिटी की ओर से परीक्षा से रोके जाने से हैरान रह गया।

जलीस ने कहा कि सोमवार को उसने चिट्ठी भेजकर यूनिवर्सिटी प्रशासन से शिकायत के बारे में लिखित में जानकारी मांगी है। यूनिवर्सिटी की ओर से बताया गया कि जलीस के साथ ही अन्‍य छात्रों को भी परीक्षा से रोका गया है।

जलीस ने द न्‍यूज मिनट को बताया, ’11 दिसंबर को ओस्‍मानिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बीफ फेस्टिवल का आयोजन किया था। इसके तहत ईएफएलयू के भी 25 छात्रों ने ऐसा ही कार्यक्रम आयोजित किया था। इस फेस्टिवल की एक तस्‍वीर भी हमने फेसबुक पर अपलोड की थी।

यूनिवर्सिटी ने उस तस्‍वीर के आधार पर सभी 25 छात्रों के खिलाफ ओस्‍मानिया यूनिवर्सिटी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करा दी।’ एक अन्‍य छात्र ने बताया कि इस बारे में जब ओस्‍मानिया यूनिवर्सिटी पुलिस थाने से बात की गई तो उन्‍होंने ऐसी किसी शिकायत से इनकार किया।

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TeamDigital