मेरा नाम सादिक खान है, मैं मुसलमान हूँ और लंदन का मेयर हूँ

Sadiq-Khan

लंदन । रिकॉर्ड  अंतर से जीत दर्ज करते हुए लंदन के मेयर चुने गए सादिक खान ने शनिवार, 7 मई को शपथ ग्रहण की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह ‘डर पर उम्मीद और विभाजन पर एकता’ की जीत है। पाकिस्तानी बस चालक के पुत्र खान ने कंजरवेटिव पार्टी के जैक गोल्डस्मिथ को भारी अंतर से पराजित किया।

उनको 57 फीसद मत मिले जो ब्रिटेन में किसी भी नेता को मिला अब तक सबसे बड़ा जनादेश है। इससे ब्रिटेन की राजधानी में लेबर पार्टी की वापसी हुई है जो आठ साल से सत्ता से बाहर थी। खान को शनिवार (7 मई) को साउथवार्क कैथड्रल में आयोजित बहुधर्मी समारोह में आधिकारिक रूप से मेयर पद की शपथ दिलाई। खान को कुल 1,310,143 मत मिले। उन्होंने कार्यालयी उद्घोषणा पर हस्ताक्षर करने से पहले कहा, ‘सुप्रभात। मेरा नाम सादिक खान है और मैं लंदन का मेयर हूं। मैं सभी लंदनवासियों का मेयर रहूंगा।’

बीती रात अपने विजयी भाषण में खान ने लंदन को ‘दुनिया का सबसे महान शहर’ करार दिया और कहा कि उन्होंने कभी इसकी कल्पना नहीं की थी कि ‘उनके जैसा कोई व्यक्ति लंदन का मेयर चुना जाएगा।’ खान ने कहा, ‘लंदन तुम्हारा शुक्रिया। लंदन दुनिया में सबसे महान शहर है। मुझे अपने शहर पर बहुत गर्व है।

आप लोगों ने मुझमें जो विश्वास जताया है, उससे मैं बहुत अभिभूत हूं। मैं चाहता हूं कि हर एक लंदनवासी को वो अवसर मिले जो मुझे और मेरे परिवार को हमारे शहर ने दिए।’ उन्होंने कहा, ‘अवसर सिर्फ अस्तित्व बनाए रखने का नहीं, बल्कि कामयाबी का है।’ गोल्डस्मिथ की ओर से चलाए गए विभाजनकारी अभियान का प्रत्यक्ष हवाला देते हुए उन्होंने कहा ‘यह चुनाव बिना विवाद के नहीं हुआ और मुझे बहुत गर्व है कि लंदन ने भय के ऊपर आशा और विभाजन के ऊपर एकता को चुना।’

सभी फर्स्ट प्रेफरेंस वोट की गिनती होते ही खान की जीत तय मानी जा रही थी, जिसमें उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वी जैक गोल्डस्मिथ से नौ अंक अधिक यानी 46 प्रतिशत मत मिले। लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोरबिन ने औपचारिक घोषणा से पहले ट्वीट करके खान को बधाई दी : ‘सभी के लिए बेहतर एक ऐसे लंदन के निर्माण में आपके साथ काम करने का अब और इंतजार नहीं कर सकता हूं।’

सादिक खान एक पूर्व मानवाधिकार पैरोकार और 2005 से पूर्वी लंदन के टूटिंग से सांसद हैं। पूर्व लेबर प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन की कैबिनेट में उनका स्थान अहम था। बॉरिस जॉनसन का स्थान ग्रहण करने की अपनी मुहिम के तहत पिछले साल उन्होंने शैडो कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। जॉनसन का दूसरा एवं अंतिम कार्यकाल शनिवार को खत्म हुआ। ऑक्सफोर्ड में पढ़े गोल्डस्मिथ दिवंगत अरबपति सर जेम्स गोल्डस्मिथ के पुत्र और जेमिमा खान के भाई हैं।

मेयर चुनाव अभियान में अधिकतर वह पिछड़ते दिखे और उनके कुछ समर्थकों ने सादिक खान का नाम चरमपंथियों से जोड़ने का असफल प्रयास भी किया था। जेमिमा पाकिस्तान के क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पूर्व पत्नी हैं। उन्होंने ट्वीट किया, चूंकि परिणाम अब स्पष्ट हैं : ‘दुखी हूं कि जैक का अभियान उस तरह से नहीं प्रदर्शित हो पाया। जितना मैं उन्हें जानती हूं वह एक पर्यावरण हितैषी, सत्यनिष्ठा से युक्त स्वतंत्र विचारों वाले नेता हैं।

डेविड कैमरन ने चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प की भाषा का इस्तेमाल किया: सादिक खान

लंदन के नए मेयर सादिक खान ने रविवार (8 मई) को डेविड कैमरन की सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी पर धार्मिक एवं जातीय समूहों को एक दूसरे के खिलाफ करने की कोशिश के तहत मेयर चुनाव प्रचार के दौरान ‘भय और परोक्ष भाषा’ का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह तरकीब सीधे तौर पर डोनाल्ड ट्रम्प से ली गई।

इस शीर्ष पद पर आसीन होने वाले प्रथम मुसलमान खान ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कैमरन की सरकार और अपने चुनाव प्रचार प्रतिद्वंदी गोल्डस्मिथ की उनके विभाजनकारी चुनाव अभियान को लेकर आलोचना की है। पाकिस्तानी बस चालक के बेटे 45 वर्षीय मेयर और इस हफ्ते के शुरुआत में शानदार जनादेश से जीते खान ने कहा कि वह लंदन में परिवहन और आवास जैसे मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।

खान ने लंदन मेयर पद की शपथ लेने के एक दिन बाद ‘द ऑब्जर्वर’ में अपने प्रथम आलेख में लिखा है, ‘‘लेकिन डेविड कैमरन और जैक गोल्डस्मिथ ने कुछ इलाकों में वोट हासिल करने के लिए और शहर के अन्य हिस्सों में मतदाताओं का दमन करने के लिए लंदन के समुदायों को बांटने का विकल्प चुना।’’

लेबर पार्टी सांसद ने कहा कि उन्होंने डर और परोक्ष भाषा का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न जातीय एवं धार्मिक संगठनों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काने की कोशिश की, जो बहुत कुछ सीधे तौर पर डोनाल्ड ट्रम्प जैसा था।

लंदनवासी बेहतरी के हकदार हैं और उन्हें आशा है कि कंजरवेटिव पार्टी इसे दोहराने की कोशिश नहीं करेगी। मेयर चुनाव प्रचार के दौरान टोरियों द्वारा खान को कट्टरपंथी बताने की कोशिश की गई। यह बताया गया कि उन्होंने अतीत में चरमपंथियों के साथ मंच साझा किया है और मानवाधिकार वकील रहने के दौरान उनका बचाव किया। –

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