भाजपा को आज़ाद की दो टूक नसीहत : जिनके खुद के घर शीशे के होते हैं वो दूसरों के घरों में पत्थर नहीं मारा करते
नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड डील पर आरोपों में घिरी कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद ने बीजेपी पर बड़ा पलटवार किया है। आजाद ने कहा कि एक-दो दिनों से बीजेपी और उसके मंत्रिमंडल के लोगों की तरफ से अगस्ता वेस्टलैंड के मामले में आरोपों की बौछार शुरू हुई है। यदि बीजेपी की पार्टी का नेता आरोप लगाता तो बात समझ में आती, लेकिन लगता है कि मंत्रिमंडल का हर व्यक्ति इसी काम में लगा है।
आजाद ने कहा कि हम स्कूल-कॉलेजों में थे तो सुनते थे कि बीजेपी के पास बहुत इंडस्ट्रियां हैं। झूठ को फैलाने वाली, आरोप बनाने वाली। मैं सोचता था कि दूसरी दफा बीजेपी सत्ता में आयी है तो बहुत सुधार हुआ होगा, क्योंकि बहुत सारे वादे किये गये थे चुनावों में। विकास, रोजगार की बात की गई थी। आयात-निर्यात की बात हुई थी, मंहगाई कम करने की बात हुई थी। रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले घट नहीं जाए, इसकी बात हुई थी।
बीजेपी सत्ता में आकर भी वही काम करती है जो पहले करती थी। एक कहावत है– चोर चोरी से जाये, सीनाजोरी से नहीं। मतलब- जो आदत लग जाए वो छूट नहीं सकती। दशकों पुरानी जो आदत है आरोप लगाने की वो जा नहीं सकती, सिर्फ आरोप लगाते हैं, साबित कुछ नहीं करते।
आजाद ने कहा कि करप्शन करने वाले की कई कमजोरी होती है। वो इंसान छाती तानकर नहीं बोलता है। उसका शर्म से सिर झुक जाता है। अगर यूपीए के किसी नेता ने घूस ली होती तो क्या उसकी सीबीआई जांच कराती? ईडी से जांच कराती? डील कैंसिल करती? क्या जो बैंक गारंटी थी, जो पैसा था वो वापस लेती? उस कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की शुरूआत करती? जब हमें पता चला कि इस सौदे में गड़बड़ी हुई है तो हमने भी प्रयास किया कि दोषियों को सजा मिले।
आजाद ने कहा कि मैं बीजेपी से पूछना चाहता हूं कि अगर ये सच में देश से प्यार करते हैं, अगर सच में ये वास्तविकता की तह में जाना चाहते हैं तो बजाय चैनलों पर बाइट देने के, कुछ फाइलें कुछ चैनलों को लीक करने के बजाय, जिन लोगों ने पैसा लिया है उनके नाम उजागर करें। इनके पास सीबीआई, रॉ है। सरकार इनके पास है। इसलिए बीजेपी चूहे-बिल्ली का खेल बंद करे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कंधार में जो किया गया वो नेशनल सिक्योरिटी के साथ समझौता था। जिनके खुद के घर शीशे के होते हैं वो दूसरों के घरों में पत्थर नहीं मारा करते। अमित शाह के सवाल पर आजाद ने कहा कि पहले वो बताए कि उनके जमाने में क्या-क्या हुआ था। कहां-कहां से वो निकले थे, वो कम ही सवाल पूछें तो अच्छा रहेगा।