दावा: नन्द बाबा के इस पौणारिक धाम में मनुष्य ही नहीं जानवर तक के बदल जाते है स्वभाव

दावा: नन्द बाबा के इस पौणारिक धाम में मनुष्य ही नहीं जानवर तक के बदल जाते है स्वभाव

ब्यूरो (राम मिश्रा,अमेठी) :संसार मे कुछ लोग मानते हैं कि ईश्वर का अस्तित्व है हालाँकि कुछ लोग इसे नहीं मानते हैं लेकिन जब हम कुछ ऐसी घटना देखते हैं या उसका सामना करते हैं तो हमें महसूस होता है कि वास्तव में ईश्वर का अस्तित्व है और वह हमारे आस-पास मौजूद हैं।

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में नन्द बाबा के एक पौणारिक धाम में मनुष्य की मानसिक विकृति ही नही ही बल्कि दुधारू मवेशियों के भी मर्ज दूर का दावा किया जा रहा है ।

नन्द के इस धाम में हिलोरे मारती आस्था और पूरा भारतीय रंग मान्यताएं अलग-अलग हैं लेकिन एक बात पर सभी सहमत हैं कि कभी न कभी तो बाबा नंद, कन्हैया और बलदाऊ के साथ यहां आए ही थे।

मान्यताओं को माने तो ज्यादातर जानकार इसी पर एकमत हैं कि बाबा नंद ने यहां कभी पड़ाव किया था। बुजुर्ग बताते हैं कि बाबा नंद कन्हैया और बलदाऊ के साथ रामलला के दर्शन को अयोध्या जाते समय यहां रुककर विश्राम भी किया था।

नन्द धाम के पुजारी भारत नन्द गिरि ने बताया कि जन्माष्टमी को यहाँ पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन होता है और लोग दूर दूर से बाबा के दर्शन के लिए आते है।

बाबा नन्द गिरि ने दावा है कि इस धाम में दूध चढ़ाने पर दुधारू मवेशियों के समस्त व्याधियों दूर हो जाती है। बाबा का कहना है गाय-भैंस का दूध निकालते समय यदि जानवर जैसे गाय या भैंस पैर मारती हो तो इस धाम में दूध चढ़ाने पर वह पैर आदि मारना बन्द कर देगी। यही नही कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहा जिले ही नहीं बल्कि कई जिलों के यदुवंशियों का जमावड़ा होता है ।

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TeamDigital