इजराइली वेबसाइट का दावा: वुहान में कोरोना फैलने से पहले USA ने इजराइल कर दिया था आगाह

इजराइली वेबसाइट का दावा: वुहान में कोरोना फैलने से पहले USA ने इजराइल कर दिया था आगाह

नई दिल्ली। क्या चीन के वुहान में कोरोना संक्रमण फैलने की अमेरिका के पास जानकारी थी ? यह सवाल अब इसलिए उठ रहा है क्यों कि इजराइल की एक वेबसाइट ने खुलासा किया है कि चीन के वुहान में कोरोना संक्रमण फैलने से एक महीने पहले ही अमेरिका ने कोरोना संक्रमण फैलने को लेकर इजराइल को आगाह कर दिया था।

आई 24 न्यूज़ ( I24News) नामक इजराइली वेबसाइट ने न्यूज़ 12 नामक चैनल के हवाले से प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा है कि नवम्बर के महीने में ही अमरीकी एजेंसियो ने अपने मित्र देशों और इस्राईल को इस महामारी के बारे में सचेत करने का इरादा कर लिया था।

रिपोर्ट में कहा गया है कई चीन के वुहान में कोरोना संक्रमण फैलने की जानकारी अमेरिका के ख़ुफ़िया तंत्र ने व्हाइट हाउस दी थी लेकिन तब व्हाइट हाउस ने इसमें कोई रूचि नहीं दिखाई।

रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प प्रशासन द्वारा वुहान में कोरोना संक्रमण फैलने की सूचना को खारिज किये जाने के बावजूद, अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने इस महामारी की जानकारी अपने करीबी सहयोगियों, विशेषकर नाटो और इजरायल को चेतावनी देने का फैसला किया।

इस्राईली चैनल का दावा है कि इस्राईली अधिकारियों और स्वास्थ्य मंत्रालय को सचेत कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने इससे निपटने के लिए कोई क़दम नहीं उठाया।

इस रहस्योद्घाटन से पहले अमरीका स्थित एबीसी चैनल ने एक रिपोर्ट प्रसारित की थी, जिसमें दावा किया गया था कि अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसियों ने नवंबर में ही चीन के वुहान में वायरस फैलने की चेतावनी दे दी थी। वहीँ चीन ने आधिकारिक रूप से वुहान में दिसम्बर के मध्य में वायरस के मामले सामने आने की बात स्वीकार की थी।

अहम सवाल है कि यदि अमेरिका को चीन में कोरोना संक्रमण फैलने की जानकारी थी तो क्या अमेरिका के सभी मित्र देशो को भी इसका जानकारी दी गई थी या अमेरिका ने यह जानकारी सिर्फ इजराइल से ही साझा की थी। गौरतलब है कि इजराइल में अब तक कोरोना संक्रमण के 13हज़ार से अधिक मामले सामने आये हैं वहीँ इस महामारी के चलते158 लोग मौत के शिकार हुए हैं।

हालाँकि अमेरिका कोरोना वायरस के लिए चीन को ज़िम्मेदार ठहराता रहा है। दुनियाभर में कोरोना वायरस को चीनी वायरस कहा जा रहा है। चीन ने इस बात को स्पष्ट तौर पर स्वीकार नहीं किया है। बड़ा सवाल यह भी है कि यदि अमेरिका को कोरोना वायरस की जानकारी थी तो वह अमेरिका को इस संक्रमण से क्यों नहीं बचा पाया।

वहीँ एक अमेरिकी अख़बार में पिछले दिनों यह दावा अवश्य किया गया था कि चीन के वुहान में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बावजूद चीन से अमेरिका पहुंचे लोगों को नहीं रोका गया।

गौरतलब है कि चीन में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद इसका दूसरा शिकार इटली बना, उसके बाद यह अमेरिका और यूरोप के अन्य देशो में फैला। ऐसे में ये जान लेना बेहद आवश्यक है कि कोरोना संक्रमण फैलने की जानकारी होने के बावजूद अमेरिका ने अपने यहाँ कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के प्रयासों में जल्दबाज़ी क्यों नहीं दिखाई।

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TeamDigital