39 महीने के अधिकतम स्तर पर महंगाई, खाने पीने की चीजें हो रही महँगी

नई दिल्ली । भले ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी लोकलुभावन वादों पर जनता ने उसे वोट दे दिया हो लेकिन हकीकत यह कि आने वाले समय में मध्यम और कम आय वर्ग के लोगों को महंगाई बड़ा झटका दे सकती है। जानकारों के अनुसार आने वाले समय में आम जरूरत की चीजें महंगी हो सकती हैं और खाने पीने की चीज़ों के दाम बढ़ सकते हैं ।

जानकारों का मानना है कि फरवरी में थोक महंगाई दर (WPI) 6.55 फीसदी पहुंच गई, जो कि लगभग 39 महीनें का उच्चतम स्तर है। जनवरी में महंगाई दर 5.25 फीसदी रही थी। वहीँ खाने-पीने की चीजों से लेकर फ्यूल और पावर सभी की महंगाई दर बढ़ी है।

  • फलों की थोक महंगाई दर 7.14 फीसदी रही।
  • मोटे अनाज, चावल, फ्रूट्स, मछली, अंडा और मीट की कीमतें बढ़ी हैं।
  • सब्जियों और प्‍याज की थोक कीमतें बढ़ी हैं लेकिन यह अभी भी यह शून्‍य से नीचे हैं।
  • फ्यूल और पावर की महांगाई दर 18.14 फीसदी से बढ़कर 21.02 फीसदी रही है।
  • फरवरी में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर भी बढ़ी है।
  • प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 1.27 फीसदी से बढ़कर 5 फीसदी रही है।

जानकारों के अनुसार जहाँ खाने पीने की चीज़ों की कीमतों में उछाल आया है वहीँ मैन्यूफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई घटी है। मैन्यूफैक्चर्ड की महंगाई दर 3.99 फीसदी से घटकर 3.66 फीसदी हो गई है।

  • फरवरी में कोर महंगाई की दर 2.7 फीसदी से गिरकर 2.4 फीसदी हो गई है।
  • दिसंबर की थोक महंगाई दर 3.68 फीसदी से संशोधित होकर 3.39 फीसदी हो गई है।
अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital