सीपीएम – कांग्रेस गठजोड़ एक बड़ी भूल – ममता

Mamta

कोलकाता । दो-तिहाई से ज्यादा बहुमत हासिल कर लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनावों में सत्ता में लौटने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने माकपा और कांग्रेस के गठजोड़ के फैसले को एक बड़ी भूल करार देते हुए कहा है कि लोगों ने तृणमूल कांग्रेस को जिता कर विपक्ष के कुप्रचार अभियान का करार जवाब दे दिया है।

उन्होंने इस अप्रत्याशित जीत के लिए आम लोगों के प्रति आभार जताते हुए कहा है कि लोगों ने विपक्षी दलों के झूठे आरोपों को नकार दिया है। ममता ने एक सवाल पर कहा कि वे प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं। उनको राज्य के लोगों ने जिताया है और वे यहां रह कर बंगाल के विकास के लिए में काम करना चाहती हैं। चुनावी नतीजे सामने आने के बाद ममता गुरुवार दोपहर अपने कालीघाट स्थित आवास पर पत्रकारों से बात कर रही थी।

उन्होंने कहा कि पार्टी के नए चुने विधायकों की बैठक में शुक्रवार को विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद पार्टी ही राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। ममता ने बताया कि उनकी अगुवाई में नई सरकार 27 मई को शपथ लेगी। उन्होंने कहा कि वे एक कम महत्त्वपूर्ण व्यक्ति हैं। भाजपा के साथ संबंधों को लेकर एक सवाल पर उनका कहना था कि हमारे बीच सैद्धांतिक मतभेद हैं। लेकिन आम लोगों के हितों के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस केंद्र का समर्थन करेगी।

तृणमूल कांग्रेस अपने वादे के मुताबिक संसद में जीएसटी विधेयक का भी समर्थन करेगी। ममता ने कहा कि समाज के पिछड़े तबके के लोगों का सामाजिक और आर्थिक विकास नई सरकार की प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि नतीजों से साफ हो गया है कि बंगाल में भ्रष्टाचार का नामोनिशान नहीं है। निहित स्वार्थ वाले मीडिया के एक तबके ने सुनियोजित तरीके से इसका कुप्रचार किया है। उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि चुनाव अभियान के दौरान तृणमूल कांग्रेस और मेरे खिलाफ कुप्रचार अभियान चलाया गया। एक स्थानीय मीडिया घराने ने भी इसमें विपक्ष का साथ दिया।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजनीति के लिहाज से कांग्रेस का माकपा से हाथ मिलाना एक बड़ी गलती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बहुसंख्यकों और अल्पसंख्यकों में कोई भेदभाव नहीं करना चाहतीं, बल्कि सबको साथ लेकर चलना चाहती हैं। उन्होंने मुक्त व निष्पक्ष चुनावों के लिए चुनाव आयोग का आभार जताया।

ममता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कुछ ज्यादातियां कीं और तृणमूल के खिलाफ कुछ साजिशें रची गईं। लेकिन विकास के मुद्दे पर उनकी पार्टी आम लोगों तक पहुंचने में कामयाब रही। उन्होंने कहा कि चुनाव में कुछ लोग हारते हैं और कुछ जीतते हैं। लेकिन किसी को किसी के खिलाफ कुप्रचार नहीं करना चाहिए।

सिंगुर मुद्दे का जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि यह मामला अदालत में है। लेकिन टाटा समूह अगर छह सौ एकड़ जमीन पर उद्योग लगाना चाहता है तो सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी इस जीत पर तृणमूल को बधाई दी है। ममता ने बताया कि उनकी पार्टी जीत का उत्सव मनाने के लिए 30 मई तक कई सांस्कृतिक समारोहों का आयोजन करेगी।

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