सीएम योगी से मिले शिवपाल, क्या हैं इस मुलाक़ात के मायने ?
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के सियासी हलको में सपा नेता शिवपाल सिंह यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुलाकात के सियासी मायनो को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं। पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शिवपाल करीब सवा ग्यारह बजे योगी से मिलने उनेक सरकारी आवास पहुंचे।
शिवपाल से पहले मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधु अपर्णा यादव अपने पति प्रतीक यादव के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पहले ही मुलाक़ात कर चुकी हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि भले ही शिवपाल और अपर्णा यादव योगी आदित्यनाथ से अपनी मुलाक़ात को शिष्टाचार मुलाक़ात बता रहे हैं लेकिन इसके कहीं न कहीं राजनैतिक कारण भी हैं।
सूत्रों की माने तो सपा की बागडौर अखिलेश के हाथो में जाने के बाद हाशिये पर पहुंचे शिवपाल यादव खुद के लिए नई राजनैतिक ज़मीन तलाश रहे हैं। वहीँ यह स्थिति अपर्णा यादव के साथ भी है। उन्होंने भी पिछले दिनों मीडिया से बातचीत में अपनी पराजय के लिए अखिलेश यादव का नाम लिए उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया था।
सूत्रों के अनुसार शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव की पिछले दिनों हुई मुलाक़ात में नई पार्टी बनाने का मामला भी उठा था। सूत्रों ने बताया कि मुलायम ने शिवपाल को नई पार्टी बनाने की सलाह दी, साथ में भरोसा दिया कि वे स्वयं शिवपाल के साथ रहेंगे। सूत्रों ने कहा कि इस पर शिवपाल ने कहा कि मैं नई पार्टी बना लूँ और आपने बेटे बहू आपको मनाने आ जायेंगे तो आप फिर उनकी तरफ जाकर खड़े हो जायेंगे, इसमें मेरा फिर अपमान होगा।
समझा जाता है कि शिवपाल सिंह यादव को अब पिछले दिनों मुलायम और अखिलेश के बीच हुई नूरा कुश्ती का खेल समझ आगया है। इसलिए वे कोई भी कदम बहुत सोच समझकर उठाना चाहते हैं। फिलहाल उन्हें अपने लिए एक सुरक्षित राजनैतिक प्लेटफॉर्म की तलाश है। सूत्रों ने कहा कि योगी आदित्यनाथ से शिवपाल और अपर्णा यादव की मुलाकात के पीछे यह अहम कारण हो सकता है।