संघ प्रमुख के बयान पर ओवैसी का पलटवार ‘मज़हब और आस्था की बुनियाद पर नहीं बनते कानून’

नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के गौरक्षा के लिए कानून बनाने वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कानून मज़हब और आस्था की बुनियाद पर नहीं बनता।

ओवैसी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दोगली बात करती है। जहाँ एक तरफ नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी कहती है कि वहां पर गौ हत्या के खिलाफ कोई बिल नहीं लाएंगे। फिर अन्य राज्यों के मामले में यह दोहरी नीति क्यों है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में गौरक्षा के नाम पर 9 से ज्यादा मुसलमानों की हत्या हो चुकी है। ओवैसी ने अलवर की घटना का भी जिक्र करते हुए कहा ऐसी घटनाओं से देश को क्या फायदा हो रहा है।

असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि कानून मजहब की बुनियाद पर नहीं बनाया जाता है। आस्था के आधार पर भी कानून नहीं बनाए जाते। ओवैसी का मानना है कि अगर मजहब के नाम पर कानून बनाए गए तो हिंदू राष्ट्र हो जाएगा और ये देश के लिए ठीक नहीं है।

अलवर घटना का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि भागवत जी को अलवर घटना की एफआईआर पढ़नी चाहिए। उसमें विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का नाम आया है। ये लोग इनके इशारों पर काम करने वाले लोग हैं।

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TeamDigital