शिवराज का बोरिया बिस्तर बंधना तय!, कल राहुल जा सकते हैं मंदसौर

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान किसानो पर पुलिस फायरिंग में हुई 6 किसानो की मौत के बाद प्रदेश के किसानो में सरकार के प्रति बड़ा गुस्सा है। भले ही शिवराज सरकार ने मृतकों के आश्रितों को दस लाख की जगह एक करोड़ मुआवजा देने का एलान किया हो लेकिन इससे किसानो का आंदोलन रुकता नहीं दिख रहा है।

फ़िलहाल राज्य के चार जिलों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है और किसी भी स्थति से निपटने के लिए अर्ध सैनिकबलो को तैनात किया गया है। इसके अलावा रेपिड एक्शन फ़ोर्स के ग्यारह सौ जवानो की तैनाती की गयी है।

इस बीच प्रदेश में किसान आंदोलन को और तेज किये जाने के संकेत मिले हैं। अभी फायरिंग में घायल छह किसानों की हालत स्थिर बताई जाती है। किसानो पर हुई फायरिंग से प्रदेश के ग्रामीण इलाको में शिवराज सरकार के खिलाफ माहौल बन रहा है।

कल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी मंदसौर पहुँच रहे हैं वे आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से मिलेंगे। किसानो पर फायरिंग के मुद्दे को कांग्रेस बड़े स्तर पर उठाएगी। जानकारों के अनुसार प्रदेश में किसानो की सरकार से नाराज़गी अपने चरम पर है और इसका खामियाज़ा आगामी चुनाव में बीजेपी को उठाना पड़ेगा।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन ने कहा कि संकट की इस घड़ी में पूरी कांग्रेस मध्य प्रदेश के किसानों के साथ है। प्रदेश सरकार को अपनी नींद से जागना चाहिए और किसानों की मदद करनी चाहिए।

किसानो का कहना है कि वे विधानसभा चुनाव में शिवराज सरकार को इसका जबाव देंगे। किसानो ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि प्रदेश में किसानो को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। किसानो को न फसल की उचित कीमत दी जा रही है और न ही उनके कर्ज माफ़ किये जा रहे हैं। ऐसे में किसान सड़क पर न उतरें तो क्या करें।

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TeamDigital