शशिकला ने किया सरेंडर, भेजी गयीं जेल
नई दिल्ली ।आय से अधिक मामले में सुप्रीमकोर्ट द्वारा सजा सुनाये जाने के बाद अन्नाद्रमुक महासचिव वी.के.शशिकला ने बुधवार शाम को बेंगलुरु में आत्मसमर्पण कर दिया। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने आत्मसमर्पण के लिए मोहलत देने की याचिका खारिज करते हुए तत्काल जेल जाने का आदेश दिया था। शशिकला को सुप्रीमकोर्ट ने 4 वर्ष की सजा सुनाई है ।
शशिकला ने बुधवार को शीर्ष अदालत से मोहलत की मांग की, लेकिन याचिका खारिज हो जाने के बाद उन्होंने बेंगलुरु में आत्मसमर्पण कर दिया । इससे पहले वह जयललिता और अन्नाद्रमुक संस्थापक एमजी रामचंद्रण के स्मारक पर जाकर अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।
अन्नाद्रमुक महासचिव के आत्मसमर्पण करने के लिए जेल पहुंचने से पहले ही पार्टी सांसद और लोकसभा के उपाध्यक्ष थंबीदुराई, शशिकला के पति एम नटराजन बेंगलुरु पहुंच चुके थे। शशिकला बुधवार शाम करीब पांच बजे बेंगलुरु स्थित परपप्नाअग्रहारा जेल पहुंची और आत्मसमर्पण किया। इस मामले में दूसरी आरोपी इलवरासी ने भी आत्मसमर्पण किया। हालांकि, मामले के तीसरे आरोपी दिनकरण के आत्मसमर्पण को लेकर संशय की स्थिति बनी रही।
कर्नाटक हाईकोर्ट ने सुरक्षा के मद्देनजर परपपना अग्रहारा जेल को ही विशेष अदालत बनाने का निर्देश दिया था। ताकि शशिकला सीधे वहीं आत्मसमर्पण कर सके। कर्नाटक हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ने इससे संबंधित अधिसूचना बुधवार सुबह ही जारी कर दी थी।
शशिकला और इलावरसी के आत्मसर्मपण करने के बाद मेडिकल परीक्षण किया गया। इसके बाद उन्हें जज के समक्ष पेश किया गया, जहां से अदालत ने औपचारिक रूप से जेल भेज दिया। जेल प्रशासन के मुताबिक शशिकला जेल में कैदी संख्या 10711 और इलवरासी कैदी संख्या 107112 के तौर पर रहेंगी।
गौरतलब है कि शशिकला को आत्मसमर्पण करने से दो सप्ताह की छूट देने की गुहार लेकर बुधवार को पहुंचे वरिष्ठ अधिवक्ता केटीएस तुलसी की सुप्रीम कोर्ट ने कोई दलील नहीं सुनी। शीर्ष अदालत ने कहा, शशिकला को तत्काल आत्मसमर्पण करना होगा। हम इस मामले पर कोई सुनवाई नहीं करेंगे।