शरद पवार को राष्ट्रपति बनाने के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ रहा विपक्ष
नई दिल्ली। देश में राष्ट्रपति पद के चुनाव से पूर्व एक बार फिर विपक्ष एकजुट दिखाई दे रहा है। ईवीएम के खिलाफ एकजुटता दिखा चुका विपक्ष अब राष्ट्रपति पद के लिए फिर एक मंच पर है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार की आत्मकथा ‘अपनी शर्तों पर’ के हिंदी संस्करण के लोकार्पण के अवसर पर जाने माने पत्रकार कुलदीप नैयर ने कहा कि शरद पवार से बेहतर राष्ट्रपति कोई नहीं हो सकता।
कुलदीप नैयर द्वारा शारद पवार को लेकर कही गयी इस बार का माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और जद (एकी) महासचिव केसी त्यागी ने भी समर्थन किया। अपने संबोधन में सीताराम येचुरी ने कहा, ‘शरद पवार की पारी अभी खत्म नहीं हुई है, अभी अंतिम फेज बाकी है, इसे आगे ले जाने की जरूरत है। वैकल्पिक मॉडल कैसे हासिल हो विचार अलग हो सकते हैं। शरद पवार को यह जिम्मेदारी निभानी होगी।
वहीँ जनता दल यूनाइटेड नेता केसी त्यागी ने कहा, ‘आप (शरद पवार) अपनी शर्तों के साथ हमारी इच्छाओं पर भी गौर करें, आजाद नेता का सुख भोग लिया, अब देश के शहंशाह बनकर गरीबों के आंसू पोछने की भी कोशिश कीजिए। आज वह अभिव्यक्ति खतरे में है जिसके लिए हमने जवानी के 19 महीने जेल में काटे, माना कि हमारे बीच असहमति है, लेकिन अब वह असहमति भी खतरे में है। आज तो कोई जेपी (जयप्रकाश नारायण) भी नहीं है, इस विपक्षी एकता को आप ही बढ़ा सकते हैं, आप सबके चहेते हैं, आप पर जनसंघियों का भी मन ललचाता है।’
वहीँ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने शरद पवार को मुल्क के बेहतरीन वजीर, बादशाह और शहंशाह करार दिया। उन्होंने कहा, ‘अभी आप (शरद पवार) की बहुत लंबी उम्र है, 20 साल और सांसद रहना है कम से कम और देश के लिए काम करना है अपनी शर्तों पर।
फिलहाल विपक्ष जिस तरह शरद पवार के नाम को लेकर आगे बढ़ रहा है उसको देख कर लगता है कि कहीं न कहीं विपक्ष का इरादा मोदी सरकार को आगे जाकर पटकनी देने का है। यदि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष एकजुट हुआ तो बीजेपी को अपनी रणनीति पर एक बार फिर विचार करना पड़ सकता है।