रोमांचक मैच में पुणे को एक रन से हराकर मुंबई बना चैम्पियन
नई दिल्ली। आईपीएल के फाइनल मुकाबले में आज मुंबई इंडियंस ने पुणे को रोमांचक मुकाबले में एक रन से हराकर ख़िताब अपने नाम कर लिया। मुंबई इंडियंस ने तीसरी बार आईपीएल का फाइनल मुकाबला जीता है।
इससे पहले मुंबई इंडियंस की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मुंबई ने निर्धारित 20 ओवर में 129 रन बनाए। पहली पारी के बाद ऐसा लग रहा था था कि पुणे आसानी से मैच में जीत हासिल कर लेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
स्टीव स्मिथ के शानदार अर्धशतक की बदौलत पुणे जीत के मुहाने तक पहुंची। स्टीव के आउट होते ही मुंबई ने मैच पुणे के हाथ से निकल गया। पुणे 20 ओवर में 4 विकेट गंवाकर केवल 128 रन बना सकी।
आईपीएल 10 में खिताबी जीत के लिए 130 रन के लक्ष्य का पीछा करने पुणे की तरफ से अजिंक्य रहाणे और राहुल त्रिपाठी की जोड़ी उतरी। इस जोड़ी ने पहले 2 ओवर में बिना कोई विकेट खोए 14 रन बना लिए। इसके बाद तीसरे ओवर की चौथी गेंद पर राहुल त्रिपाठी को अंपायर ने बुमराह की गेंद पर एलबीडब्ल्यू करार दिया। रीप्ले में पता चला कि गेंद ऊंची थी। राहुल ने 3 रन बनाए। इसके बाद दूसरे विकेट के लिए रहाणे और स्टीव स्मिथ के बीच 54 रन की साझेदारी हुई। रहाणे 44 रन बनाकर जॉनसन की गेंद पर पोलार्ड को कैच दे बैठे। पुणे ने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करके मनोज तिवारी से पहले धोनी को भेजा। धोनी और स्मिथ के बीच तीसरे विकेट के लिए 27 जोड़े। 17वें ओवर की दूसरी गेंद पर धोनी बुमराह की गेंद को कट करने के प्रयास में विकेट कीपर पार्थिव को कैच दे बैठे। धोनी ने 10 रन बनाए।
खिताबी मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की टीम ने पुणे की शानदार गेंदबाजी के आगे घुटने टेक दिए। निर्धारित 20 ओवर में मुंबई 8 विकेट खोकर केवल 129 रन बना सकी। क्रुणाल पांड्या की शानदार 47 की पारी की बदौलत मुंबई सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में कामयाब हुई। एक समय मुंबई ने 14.1 ओवर में 79 रन पर 7 विकेट गंवा दिए थे। आठवें विकेट के लिए क्रुणाल पांड्या और मिचेल जॉनसन ने 50 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को सस्ते में ढेर होने से बचा लिया। अंत में मिचेल जॉनसन 13 रन बनाकर नाबाद रहे। पुणे की ओर से उनादकट ने 19, जांपा ने 32 और डेनियल क्रिस्टन 34 रन देकर 2-2 विकेट हासिल किए। मुंबई के दो खिलाड़ी रन आउट होकर पवेलियन लौटे। क्रुणाल ने पारी की अंतिम गेंद पर अपना विकेट गंवाया।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की ओर से लिंडल सिमंस और पार्थिव पटेल की जोड़ी ने पारी की शुरुआत की। पहले दो ओवर में मुंबई की आरंभिक जोड़ी ने 6 रन जोड़े। लेकिन तीसरे ओवर में उनादकट ने मुंबई के दोनों ओपनर को पवेलियन वापस भेज दिया। तीसरे ओवर की पहली गेंद पर पार्थिव उनादकट की एक शॉट पिच गेंद को पुल करने के प्रयास में शार्दुल ठाकुर को कैच दे बैठे। लेकिन इसके बाद ओवर की चौथी गेंद पर उनादकट ने फॉलोथ्रू पर शानदार कैच लपक लिया। पार्थिव 4 और सिमंस केवल 3 रन बना सके।
पावरप्ले के आखिरी ओवर में रोहित ने फर्ग्युसन के एक ओवर में 4 चौके जड़े। शुरुआती झटके से उबरती मुंबई को पारी के आठवें ओवर में तीसरा झटका लगा। कप्तान स्टीव स्मिथ के शानदार थ्रो की वजह से अंबाती रायडू रन आउट हो गए। वह 12 रन बना सके। पारी के 11वें ओवर की पहली गेंद पर रोहित ने एडम जांपा की गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाने की कोशिश की लेकिन बाउंड्री पर खड़े शार्दुल ठाकुर ने बेहतरीन कैच लपककर रोहित को पवेलियन वापस जाने को मजबूर कर दिया। रोहित ने 24 रन बनाए। रोहित के बाद बल्लेबाजी करने आए केरन पोलार्ड ने शानदार छक्का जड़कर अपना खाता खोला। लेकिन 11वें ओवर की आखिरी गेंद पर पोलार्ड को जांपा ने चलता कर दिया। पोलार्ड ने 3 गेंद में 7 रन बनाए। पोलार्ड के बाद बल्लेबाजी करने उतरे हार्दिका पांड्या ने मैदान पर आकर भाई क्रुणाल के साथ तेजी से रन बनाने की कोशिश की लेकिन डेनियल क्रिस्टन की गेंद पर वह एलबीडब्ल्यू हो गए। हार्दिक ने 9 गेंद में 10 रन बनाए। 15वें ओवर की पहली गेंद पर कर्ण शर्मा का कैच स्लिप पर डेनियल क्रिस्टन ने छोड़ा लेकिन इसके बाद उन्होंने गेंद शार्दुल का देकर कर्ण को रन आउट कर दिया। यह मुंबई को लगा सातवां झटका था।
मुंबई इंडियंस टीम की निगाह तीसरी बार आईपीएल ट्रॉफी जीतकर विजयी हैट्रिक करने पर है। आईपीएल-10 के रविवार को होने वाले फाइनल में उसके सामने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की टीम है जिसने इस सीजन में उसे तीन बार मात दी है। पुणे की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है। संभवतः यह उसका आखिरी फाइनल भी साबित हो सकता है क्योंकि चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स पर दो साल का प्रतिबंध लगने के बाद पुणे और गुजरात की टीम को 2 साल के लिए मान्यता दी थी।
अब तक केवल 3 बार ही रनों का पीछा करते हुए आईपीएल खिताब जीता जा सका है ऐसे में पुणे के सामने खिताब जीतना बड़ी चुनौती है।
महाराष्ट्र की दोनों टीमों के बीच इस महामुकाबले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के कई नामचीन सितारों की प्रतिष्ठा भी दांव पर होगी। दो बार की चैंपियन मुंबई अपना चौथा फाइनल खेल रही है। क्वालीफायर-1 में भी दोनों टीमों के बीच मुकाबला हुआ था और अगर पुणे के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आक्रामक पारी नहीं खेली होती तो मुंबई पहले ही फाइनल में पहुंच चुकी होती।
दोनों टीमों के बीच मौजूदा सीजन में तीन बार भिडंत हुई है और तीनों ही बार बाजी मुंबई इंडियंस के हाथ लगी है। ऐसे में इसका फायदा पुणे को मिलेगा। तीन जीत की वजह से मुंबई पुणे पर मानसिक बढ़त हासिल है। हांलांकि लीग चरण के बाद मुंबई नंबर एक और नंबर दो पायदान पर रही थी। इसलिए फाइनल मुकाबला लीग की दो टॉप टीमों के बीच हो रहा है इस वजह से इसके रोचक होने की उम्मीद है।