राष्ट्रपति चुनाव में जदयू बीजेपी के समर्थन को तैयार, लेकिन ये होगी शर्त
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में जनता दल यूनाइटेड भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए तैयार है लेकिन उसके लिए बीजेपी को एक शर्त से गुजरना होगा। जदयू की शर्त है कि यदि बीजेपी किसी सेकुलर चेहरे को अपना उम्मीदवार बनाती है तो जदयू उसके समर्थन के लिए सोच सकता है।
वरिष्ठ जदयू नेता शरद यादव ने संकेत दिया है कि अगर भाजपा कट्टर हिंदूवादी विचार वाले किसी व्यक्ति को राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवार बनाती है तो विपक्षी दल अपना प्रत्याशी उतारेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा प्रस्तावित नाम संविधान में भरोसा रखने वाला और संवैधानिक शुचिता से जुड़ा हो तो भाजपा नीत राजग के उम्मीदवार के नाम पर आम-सहमति बन सकती है।
शरद यादव ने कहा, ‘‘अगर वे ऐसे नाम का प्रस्ताव रखते हैं जो संविधान में भरोसा रखता है, जो संविधान की शुचिता को समझता है, उसे मानता है तो आम-सहमति बन सकती है। हम बात करेंगे। जब इस बारे में विस्तार से पूछा गया तो यादव ने ‘लव जिहाद’ और ‘घर वापसी’ जैसे मुद्दों की बात की जिनसे हिंदूवादी संगठनों का नाम जुड़ता रहा है। उन्होंने कहा कि ये संविधान के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उनके तीन साल के शासन में उन्होंने ‘लव जिहाद’ जैसी संविधान से बाहर की चीजें की हैं। संविधान में यह कहां लिखा है? हमारा संविधान तो वयस्कों को जाति और धर्म से परे उनकी पसंद से शादी की इजाजत देता है।
यादव ने कहा, ‘‘उन्होंने इस सोच पर हमला किया। वे जाति के बंधनों को हटाने के लिए कुछ नहीं करते बल्कि ‘घर वापसी’ कराते हैं। विपक्षी दल ऐसे उम्मीदवार का समर्थन करेंगे जो संविधान में भरोसा रखता हो।