राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार हो सकते हैं “गोपाल कृष्ण गांधी”
नई दिल्ली। देश में जुलाई में होने जा रहे राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए जहाँ एनडीए ने अपने उम्मीदवार के नाम का अभी एलान नहीं किया है वहीँ विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर गोपाल कृष्ण गांधी का नाम सामने आ रहा है।
हालाँकि इस बारे में अभी विपक्ष की तरफ से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में गोपाल कृष्ण गांधी के नाम को लेकर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वे विपक्ष की तरफ से संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते हैं।
एशियन एज की खबर के मुताबिक, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियां उन्हें संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतार सकती हैं। गोपाल कृष्ण गांधी 2004 से 2008 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं। उनका समर्थन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कर सकती है।
उन्होंने अभी केंद्र में सत्ताधारी एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के संभावित प्रत्याशी- लालकृष्ण आडवाणी या सुषमा स्वराज को समर्थन देने का संकेत दिया है लेकिन वे 2012 में गोपाल गांधी का नाम उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के तौर पर प्रस्तावित कर चुकी हैं।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से विभिन्न गैर भाजपाई दलों के नेताओं ने मुलाकात की थी। इस दौरान मीडिया में विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर कभी शरद पवार तो कभी शरद यादव का नाम उछलता रहा। वहीँ अब सम्भावना है कि 3 जून को डीएमके नेता करूणानिधि के जन्म दिवस पर समारोह में तमाम विपक्षी नेता एक बार फिर जुटेंगे और उसके बाद ही विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर अंतिम निर्णय की घोषणा होगी।