राज्य सभा चुनाव : मायावती की अपने विधायकों पर कड़ी नज़र
लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्य सभा के लिए निर्दलीय उम्मीदवार प्रीति महापात्रा को अप्रत्यक्ष समर्थन दिए जाने का खुलासा होने के बाद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती अपने विधायकों पर कड़ी नज़र रख रही हैं ।
भाजपा ने उत्तर प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री शिव प्रताप शुक्ल को प्रत्याशी बनाया है। शुक्ल की जीत सुनिश्चित होने के बाद भी भाजपा के पास सात अतिरिक्त मत रहेंगे। दलित वोट बैंक में सेंध लगाने की भाजपा की कोशिशों से चौकन्नी बसपा का साथ कांग्रेस प्रत्याशी कपिल सिब्बल को मिल सकता है। प्रीति के चुनाव मैदान में उतरने से सबसे अधिक दबाव सिब्बल पर ही है।
राज्यसभा चुनाव में सपा से अमर सिंह, बेनी प्रसाद वर्मा, कुंवर रेवती रमण सिंह, विश्वंभर प्रसाद निषाद, सुखराम सिंह यादव, संजय सेठ और सुरेन्द्र नागर प्रत्याशी हैं। बसपा ने सतीश चंद्र मिश्र और अशोक सिद्धार्थ को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस की ओर से सिब्बल, भाजपा की ओर से शुक्ल तथा निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति भी मैदान में हैं।
कमोबेश यही हाल विधान परिषद का भी है। यहां 13 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में 14 उम्मीदवार मैदान में हैं। क्रास वोटिंग की आशंका अधिक है। एक निर्दलीय विधायक के समर्थन से भाजपा ने दो प्रत्याशी उतारे हैं लेकिन दूसरे प्रत्याशी के लिए उसे 16 अतिरिक्त वोटों की आवश्यकता होगी। विधान परिषद के लिए मतदान दस जून को और राज्यसभा के लिए 11 जून को होना है।