राजस्थान में कभी भी भड़क सकता है किसान आंदोलन, हालात गंभीर
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक एवं राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री घनश्याम तिवाडी ने किसानो के हितो को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि समय रहते किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो राजस्थान में कभी भी किसान आन्दोलन भड़क सकता है, राज्य में हालात गंभीर हैं।
तिवाडी ने आज यहां अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा कि मैं एक शुभचिंतक के नाते सलाह दे रहा हूं, प्रदेश के किसान उपज का उचित मूल्य नहीं मिलने, सिंचाई का पानी पर्याप्त रूप से नहीं मिलने समेत अन्य कई समस्याओं के कारण अत्यधिक परेशान हैं। सरकार ने समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया तो महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसा किसान आन्दोलन राजस्थान में भड़क सकता है।
उन्होंने कहा कि समस्याओं के चलते प्रदेश के करीब बीस प्रतिशत किसान खेती बाड़ी छोड चुके हैं, प्रदेश के किसानों को लहसुन, प्याज, सरसों का उचित मूल्य मिलना तो दूर समर्थन मूल्य से भी आधे मूल्य पर उनको फसल मजबूरी में बेचनी पड़ रही है।
भाजपा विधायक ने कहा यदि सरकार द्वारा समय पर किसानों को राहत नहीं पहुंचाई गयी तो यह चिंगारी आग बन जाएगी। उन्होंने राजस्थान सरकार द्वारा लाए गये राजस्थान विशेष विनिधान विधेयक, 2016 की चर्चा करते हुए कहा कि यह विधेयक कॉरपोरेट जगत के साथ मिलकर राजस्थान के किसानों की जमीन हड़पने का षडयंत्र है।
तिवाडी ने सरकार से प्रदेश के किसानों के ऋण तुरंत माफ करने, समयबद्ध रूप से खेती के लिए मुफ्त बिजली, मनरेगा की मजदूरी को कृषि से जोड़ने और राजस्थान विशेष विनिधान विधेयक को वापस लेने की मांग की है।