बसपा ने जुटाए ईवीएम से छेड़छाड़ के पुख्ता सबूत, मतदाताओं से लिए जा रहे शपथपत्र

लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावो में ईवीएम से छेड़छाड़ के अपने आरोप को पुख्ता करने के लिए बहुजन समाज पार्टी एक एक बूथ का आंकलन कर रही है। इतना ही नहीं सबूत जुटाने के लिए बसपा के वफादारों को बड़ी ज़िम्मेदारियाँ दी गयी हैं। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती और उनके विश्वासपात्र पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्र स्वयं इस काम की निगरानी कर रहे हैं।

पार्टी सूत्रों के अनुसार बसपा नेतृत्व का मानना है कि उसने चुनाव में जो सीटें जीती हैं वह मजह इसलिए उसके खाते में आयी हैं कि उनके प्रत्याशी को ईवीएम में बीजेपी के खाते में डाले गए अतरिक्त मतों से कहीं अधिक मत मिले थे। सूत्रों के अनुसार बसपा की तरफ से बूथवार ईवीएम मशीनों के आंकलन में जुटे लोग मानते हैं कि जिन बूथों पर बसपा के परंपरागत और सॉलिड वोट थे वहीँ अधिक धांधली की संभावना दिख रही है।

सूत्रों के अनुसार पार्टी अब बूथवार अपने परंपरागत मतदाताओं से शपथपत्र ले रही है। जो इस बात की पुष्टि करेंगे कि उन्होंने चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को वोट दिया था। इन शपथपत्र देने वालो की संख्या बूथवार मिले बसपा को मतो से कहीं अधिक है। सूत्रों ने कहा कि जिन बूथों पर बसपा को 15 से 50 वोट तक मिले हैं उन बूथों पर बसपा के अपने कार्यकर्ताओं की तादाद सौ से कहीं अधिक है। ऐसे में ईवीएम पर सवाल उठना लाजमी है।

सूत्रों ने कहा कि पशिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल की कई विधानसभाओ में बूथों पर बसपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की तादाद उसे मिले मतों से दस गुना से भी अधिक है लेकिन इन बूथों पर बसपा के वोट न मात्र के बराबर ही निकले हैं।

फिलहाल पार्टी ईवीएम में हेरफेर के लिए पुख्ता सबूत जूटा रही है। सूत्रों ने कहा कि इस मामले में बसपा बेहद गंभीरता से आगे बढ़ रही है और जल्दी ही ईवीएम से छेड़छाड़ के सबूतों को कोर्ट के समक्ष रखा जाएगा।

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TeamDigital