पीएम मोदी की सभा में भीड़ लाने के लिए इस्तेमाल हुआ स्वच्छता अभियान का पैसा!

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमरकंटक यात्रा के दौरान आयोजित सभा में भीड़ जुटाने में शिवराज सरकार पसीने पसीने होती नज़र आयी। तेज गर्मी के चलते लोगों को सभा स्थल पर रोके रखना लोहे के चने चबाने जैसा साबित हो रहा था।

वहीँ अब एक नया खुलासा भी हुआ है कि पीएम मोदी की सभा में भीड़ जुटाने के लिए राज्य सरकार ने स्वच्छता अभियान का पैसा इस्तेमाल किया।

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री की अमरकंटक यात्रा और उनके कार्यक्रम पर 100 करोड़ रुपयों से ज़्यादा ख़र्च कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया। उनके मुताबिक, मध्य प्रदेश सरकार ने पूरी ‘नर्मदा सेवा यात्रा’ पर 1500 करोड़ रुपये ख़र्च किए।

उन्होंने कहा, ‘यह मोदी की कथनी और करनी का अंतर है कि वे ‘न खाऊंगा और न खाने दूंगा’ का उद्घोष करते हैं और उनकी यात्रा पर इस तरह जनता के पैसे की बर्बादी होती है।

अरुण यादव के मुताबिक, ‘सरकारी धन को पानी की तरह बहाया गया, जो सरकारी आदेशों और उनके आंकड़ों से प्रमाणित होता है। पूरे प्रदेश से लगभग 5 लाख लोगों की भीड़ को लाने-ले जाने के लिए वाहनों पर क़रीब 17 करोड़ 65 लाख रुपये और इनके प्रशिक्षण के नाम पर क़रीब 2 करोड़ 85 लाख रुपये आवंटित किए गए।’

उन्होंने कहा कि ‘आयोजन में पहुंचने वाले प्रति व्यक्ति को 500 रुपये के हिसाब से क़रीब 25 करोड़ रुपये, नाश्ता-भोजन पर लगभग 4 करोड़ 12 लाख रुपये, गले में डालने वाले गमछे पर क़रीब 47 लाख रुपये, प्रधानमंत्री के हेलीकाप्टरों को अमरकंटक में उतारने का व्यय 45 लाख रुपये, आयोजन में टेंट सामग्री पर व्यय 5 करोड़ रुपये, आयोजन के दौरान फैलने वाले कचरा आदि के निवारण पर ख़र्च लगभग 2 करोड़ 84 लाख रुपये, आयोजन के प्रचार-प्रचार पर लगभग 50 करोड़ रुपये का व्यय किया गया है।’

अरुण यादव का आरोप है कि ‘नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से शिवराज सिंह चौहान ने जनता की गाढ़ी कमाई को बेदर्दी से ख़र्च कर अक्षम्य कृत्य किया है। चौहान ने मां नर्मदा के संरक्षण और धार्मिक आस्था के नाम पर जनता को छला है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ता-नेताओं, पदाधिकारियों और अपने चहेतों को आर्थिक रूप से उपकृत करने के लिए क़र्ज़ में डूबे प्रदेश पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालकर जनता के साथ अन्याय किया है।

यादव ने कहा कि पूरी नर्मदा सेवा यात्रा में जिस तरह से सरकारी धन का अपव्यय किया गया है, उससे ज़ाहिर होता है कि इस यात्रा के माध्यम से संगठित रूप से भारी मात्रा में धन अपनी जेबों में भरा गया है।

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मेल पर भेजे गए अपने बयान में आरोप लगाया कि ‘प्रधानमंत्री की सभा में भीड़ जुटाने के लिए लोगों को 500-500 रुपये की राशि बांटी जा रही है। ये वह राशि है, जो प्रदेश पंचायत विभाग को स्वच्छता अभियान के लिए मिली है। उनका यह भी आरोप था कि अमरकंटक में आयोजित कार्यक्रम के लिए परिवहन विभाग की बसों को अधिगृहीत कर लिया गया है, जिससे लोगों को तकलीफ़ उठानी पड़ रही है।

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