जम्मू कश्मीर: अकेला राजनैतिक दल होने के बावजूद चुनाव में जनता ने बीजेपी को नकारा

जम्मू कश्मीर: अकेला राजनैतिक दल होने के बावजूद चुनाव में जनता ने बीजेपी को नकारा

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में हुए ब्लॉक विकास परिषद (बीडीसी) चुनाव में बीजेपी को करारा झटका लगा है। कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेस और पीडीपी ने इन चुनावो का बहिष्कार करने का एलान किया था। इसके बाद राष्ट्रीय दलों में सिर्फ बीजेपी ही अकेली ऐसी पार्टी थी जिसने बीडीसी चुनाव लड़ा।

इस सबके बावजूद कुल कुल 307 ब्लॉकों के लिए हुए चुनाव में भाजपा को मात्र 81 ब्लॉक में जीत मिली। वहीँ चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों की धूम रही और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 217 में जीत हासिल की।

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हुए पहले चुनाव में भाजपा ने कुल 218 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें जीत मात्र 81 उम्मीदवारों को मिली। इनमे बीजेपी ने जम्मू क्षेत्र में 135 उम्मीदवार उतारे थे। जिसमें से 52 उम्मीदवारों को जीत मिली। वहीँ कश्मीर घाटी में बीजेपी ने 60 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से केवल 18 उम्मीदवार ही जीत दर्ज कर पाए।

पंच और सरपंचों वाले एक निर्वाचक मंडल द्वारा मतदान के माध्यम से किए जाने वाले अप्रत्यक्ष चुनाव में श्रीनगर जिले में 100 प्रतिशत मतदान हुआ। दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में पंच और सरपंच के लिए सबसे 85.3 मतदान हुआ था।

परिणामो से साफ़ है कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद बीजेपी जम्मू कश्मीर को लेकर जो सोच रही थी फिलहाल वहां स्थति वैसी नहीं है और यदि हाल में ही राज्य में विधानसभा चुनाव कराये गए तो चुनाव परिणाम पार्टी को हैरान करने वाले भी आ सकते हैं।

अहम बात है कि  2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जम्मू विभाग की तीनों लोकसभा सीटें जीती थीं। इसके बावजूद भी राज्य के हिन्दू बाहुल्य जम्मू क्षेत्र में भी बीजेपी को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली हैं।

नगर में गुरुवार शाम एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, जम्मू और कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, शैलेंद्र कुमार ने कहा, “राज्य अपने पहले बीडीसी चुनाव में 98.3 प्रतिशत मतदान का साक्षी बना।”

 

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TeamDigital