गोवा: बीफ पर अपने ही दांव से घिरी बीजेपी

नई दिल्ली। जहाँ एक तरफ बीजेपी शासित राज्यों में बीफ पर पाबन्दी लगा दी गयी है वहीँ बीजेपी शासित प्रदेश गोवा में बीजेपी के लिए दांव उल्टा साबित हो रहा है। गोवा में बीजेपी नेतृत्व वाली परिकर सरकार ने न तो अभी तक बीफ पर पाबन्दी लगायी हैं और न ही गौ हत्या रोकने के लिए कोई कानून लागू किया है।

प्रदेश में बीफ खाने वालो की अच्छी तादाद बताई जाती है।  समझा जाता है कि बीफ पर प्रतिबन्ध लगाकर राज्य के लोगों की नाराज़गी मोल नहीं लेना चाहती। नाटकीय ढंग से फिर से सत्ता में वापस हुई बीजेपी के लिए सबसे बड़ी मुश्किल यही है कि यदि राज्य में बीफ पर प्रतिबन्ध लगाया गया तो एक विशेष वर्ग का मतदाता उससे दूर खिसक सकता है।  इसीलिए बीजेपी इस पर फूंक फूंक कर कदम रख रही है।

गोवा में सरकार के सहयोगी दल बीफ पर पूर्ण पाबन्दी लगाने की मांग कर रहे हैं। एमजीपी के नेता और राज्य के मंत्री सुदीन धवलीकर ने बुधवार को पीटीआई भाषा को बताया, एक पार्टी के रूप मे हम गोवा में पूरी तरह से गौहत्या पर प्रतिबंध का समर्थन करते हैं। राज्य में गौहत्या की कोई गतिविधि नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने मांग की कि राज्य को गोवा मीट कॉम्पलेक्स लिमिटेड के अभियानों को भी बंद कर देना चाहिए जहां पर गायों को मारा जाता है। धवलीकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हाल में राष्‍ट्रव्यापी गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध के आहवान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।

धवलीकर ने कहा, हमारा रूख हमारी संस्कृति में मां स्वरूप मानी जाने वाली वाली गाय की हत्या के हमेशा खिलाफ रहा है। अगर नयी सरकार :मनोहर पर्रिकर: कुछ अच्छा करना चाहती हैं तो उन्हें पहले गोवा मीट कॉम्पलेक्स :सरकारी बूचड़खाना: को बंद करना चाहिए। मंत्री ने कहा कि उनका रूख ना केवल अवैध बूचड़खानाओं के खिलाफ है बल्कि राज्य में हर तरीके के पशु बूचड़खानाओं के खिलाफ भी है।

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