कश्मीर को समझ नहीं पाई मोदी सरकार, ‘गोली, पैलेटगन या लाठी ने नहीं निकलेगा हल’: आज़ाद

उधमपुर। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अभी तक कश्मीर को समझ नहीं पाई है। उसे यह पता नहीं चल पा रहा है कि कश्मीर के हालात को कैसे ठीक किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल शासन किसी समस्या का समाधान नहीं है।

उधमपुर और डोडा में पत्रकारों से बातचीत में राज्यसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को कहा कि कश्मीर या पाकिस्तान पर केंद्र सरकार के पास कोई ठोस नीति नहीं है, जिसके कारण वह हालात को ठीक करने में नाकाम हो रही है।

उन्होंने कहा कि गोली, पैलेट गन या लाठी से किसी मसला का हल संभव नहीं है। दुनियां में आज तक किसी समस्या का हल इन तरीकों से संभव नहीं हो सका है। लोकतंत्र में यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में हालात ठीक करने के लिए रियासत के सभी स्टेक होल्डर्स, सभी राजनीतिक दल और नागरिकों को विश्वास में लेकर बातचीत करनी होगी। पाकिस्तान से बातचीत के लिए ठोस नीति बनानी होगी।

इंटरनेट सेवा बंद होने से पत्थरबाजी कम होने के सवाल पर आजाद ने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता है। उन्होंने व्यंग करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में कर्फ्यू रखेंगे तो कुछ भी नहीं होगा। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के प्रधानमंत्री से मुलाकात पर आजाद ने कहा कि यह सामान्य बात है। सभी मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री से मुलाकात करते हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है।

डोडा जाने से पूर्व उधमपुर डाकबंगले में आजाद ने कहा कि रियासत में राज्यपाल शासन किसी समस्या का हल नहीं है। जब तक भाजपा-पीडीपी की सरकार रहेगी, तब तक शांति बहाली संभव नहीं है।

कश्मीर के हालात के लिए भाजपा द्वारा कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने के सवाल पर आजाद ने कहा कि जब किसी को काम करना नहीं आता तो वह अपनी गलतियों के परिणाम को दूसरों पर थोपने लगता है। कुछ ऐसी ही स्थिति भाजपा की है।

भाजपा 60 वर्ष से मौका मांग रही थी। अब मौका मिला है तो अब क्यों सुचारु रूप से सरकार नहीं चला पा रही है। सरकार चलाने के लिए बुद्धि होनी चाहिए। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। न तो भाजपा किसी को साथ लेकर चल रहा है और न ही पीडीपी। सरकार को अपने काम करने के तरीके को बदलना होगा।

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TeamDigital