कर्ज माफ़ी से रिज़र्व बैंक का टेंशन बढ़ा

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के एक लाख तक के कर्ज माफ़ किये जाने की घोषणा के बाद अब अन्य राज्यों से भी कर्ज माफ़ी की मांग उठ रही है। इस बीच रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने क़र्ज़ माफ़ी का अतरिक्त बोझ बढ़ने से महंगाई पर असर पड़ने के संकेत दिए हैं|

उर्जित पटेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस तरह के फैसले लेने से कर्ज की अदायगी करने वाले लोग खुश नहीं होते हैं और इससे क्रेडिट अनुशासन बिगड़ता है। इससे बैंकों की तरलता पर भी असर पड़ता है। पटेल ने कहा कि इससे बैंक आगे कर्ज देने से बचेंगे।

पटेल ने कहा कि कर्ज माफी से बैंकों के पास पूंजी नहीं बचती है, जिससे वो आगे किसी अन्य जरुरतमंद को कर्ज दे सकें। इससे महंगाई के बढ़ने की भी आशंका रहती है, क्योंकि जब मार्केट में पैसा नहीं होगा तो लोग उससे कच्चा माल कैसे खरीदेंगे।

अभी पूरे देश में बैंकों का 86 हजार करोड़ से अधिक रुपया केवल खेती में कर्ज के तौर पर फंसा हुआ है, जिसे वापस लेना बैंकों के लिए टेड़ी खीर साबित हो रहा है। अगर कर्ज लेने वाले व्यक्ति आगे भी ऐसे ही सोचता रहा कि कर्ज ले लो और चुकाना नहीं पड़ेगा, तो वो बैंकों से और कर्ज लेगा, जिससे बैंकों पर काफी दबाव बना रहेगा।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital