कन्हैया कुमार के नेतृत्व में छात्रों ने फिर लगाए गरीबी, शोषण से आज़ादी के नारे

नई दिल्ली । जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र कन्हैया कुमार ने मंगलवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी में एबीवीपी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में फिर गरीबी और शोषण से आज़ादी के नारे लगाये ।उन्होंने स्पष्ट किया कि वे प्रदर्शन में हिस्सा एक जेएनयू छात्र या वामपंथी के तौर पर हिस्सा नहीं ले रहे हैं, बल्कि एक उस आम छात्र के तौर पर हिस्सा ले रहे हैं, जो कि यूनिवर्सिटी कैंपस में अहिंसा की मांग कर रहा है।

इस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने ‘गो बैक कन्हैया’ के नारे लगाए। कन्हैया कुमार देशद्रोह के मामले में अभी जमानत पर रिहा हैं। बता दें, 12 फरवरी को रामजस कॉलेज में हुए हिंसक झड़प के विरोध में एबीवीपी के खिलाफ दिल्ली की कई यूनिवर्सिटीज के छात्रों और अध्यपकों ने मार्च प्रदर्शन किया। 22 फरवरी को हिंसक झड़प जेएनयू छात्र उमर खालिद और शेहला राशिद के सेमिनार के रद्द किए जाने की वजह से हुई थीं।

बता दें, पिछले साल जेएनयू कैम्पस में भी ‘आजादी’ के नारे कन्हैया कुमार ने लगाए थे। इसके बाद लोगों ने इसका विरोध किया था तो कन्हैया ने कहा था कि उन्होंने भारत से आजादी की मांग नहीं की, बल्कि भारत में गरीबी, शोषण, अशिक्षा और ऐसे ही मुद्दों से आजादी मांगी थी।

बता दें, सैकड़ों छात्रों और अध्यपकों ने मंगलवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी में विरोध में प्रदर्शन किया। एबीवीपी के खिलाफ इस प्रदर्शन में दिल्ली यूनिवर्सिटी, जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन कर रहे छात्र ‘एबीवीपी गो बैक’ और ‘आजादी’ के नारे लगा रहे थे। यह प्रदर्शन नॉर्थ कैम्पस से लेकर आर्ट फैकल्टी बिल्डिंग की तरफ निकाला गया।

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रदर्शन में येचुरी ने कहा, ‘हमारा राष्ट्रवाद है कि ‘हम भारतीय हैं’ ना कि ‘हिंदू कौन है’। वहीं डी राजा ने कहा कि हम लोग इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे।

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