आर्थिक मंदी को लेकर शिवसेना का मोदी सरकार पर तंज “इतना सन्नाटा क्यों है भाई”

आर्थिक मंदी को लेकर शिवसेना का मोदी सरकार पर तंज “इतना सन्नाटा क्यों है भाई”

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। शिवनसेना ने आर्थिक मंदी को लेकर सामना में केंद्र सरकार पर तंज कसा है।

दिवाली जैसा त्यौहार आर्थिक मंदी की भेंट चढ़ने का हवाला देते हुए सामना में कहा गया है कि बैंकों का दिवाला, जनता की जेब के साथ सरकारी तिजोरी भी खाली है।

शिवसेना के मुखपत्र सामना लिखा गया है कि “किसानों, खेतीहरों के हिस्से में वेतन, बोनस का सुख नहीं। केंद्र की माई-बाप सरकार कहती है कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे। प्राकृतिक आपदा से लागत जितनी भी आमदनी नहीं लेकिन इस पर कोई कुछ उपाय नहीं बताया जाता है।”

सामना में कहा गया है कि “देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। बाजार में सन्नाटा है और मंदी की वजह से खरीदारी में 30-40% की कमी आई है। नोटबंदी, जीएसटी से आर्थिक हालात दिनों-दिन बदतर हो रहे हैं, कारखाने खतरे में, उद्योग-धंधे बंद, रोजगार निर्माण ठप हैं।”

इतना ही नहीं आर्थिक मंदी को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए सामना में कहा गया है कि “बैंकों का दिवाला, जनता की जेब के साथ सरकारी तिजोरी भी खाली, रिजर्व बैंक से सुरक्षित रकम निकालने की अमानवीयता, हमारे जमा सोने को तोड़ना चाहता है रिजर्व बैंक, आर्थिक क्षेत्र में दिवाली का वातावरण नहीं दिख रहा है।”

सामना में आगे कहा गया है कि “ऑनलाइन शॉपिंग से विदेशी कंपनियों के खजाने भर रहे हैं, दिवाली के मुहाने पर महाराष्ट्र चुनाव में धूम-धड़ाका कम, सन्नाटा, ज्यादा, एक ही सवाल गूंज रहा है, इतना सन्नाटा क्यों है भाई?”

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी हुई है। इस फॉर्मूले के मुताबिक बीजेपी और शिवसेना का मुख्यमंत्री ढाई ढाई साल तक सरकार की बागडोर संभालेंगे।

वहीँ बीजेपी बड़े भाई की भूमिका निभाना चाहती है और शिवसेना को उपमुख्यमंत्री पद देने के लिए तैयार है। ऐसे में अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि महाराष्ट्र में नई सरकार की शक्ल क्या होगी।

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TeamDigital