अलवर की घटना से नाराज़ मेव समाज के लोग राजस्थान सरकार को सौंपेंगे 12 लाख गौवंश
जयपुर। राजस्थान के अलवर में एक अप्रैल को कथित गौरक्षको द्वारा पहलू खां नामक किसान की पीट पीट कर ह्त्या किये जाने के मामले को मेव समाज के लोगों ने गंभीरता से लिया है। पहलू खां की हत्या मामले में पुलिस जांच जांच से असंतुष्ट मेव समाज अब अपनी करीब 12 लाख गायें अलवर जिला कलेक्टर को सौंपेगा।
अलवर मेव समाज के संरक्षक शेर मोहम्मद के अनुसार, जिले में करीब नौ लाख मेव रहते हैं।वहीं अलवर से सटे हरियाणा में तो इनकी तादाद काफी अधिक है। अलवर में रह रहे मेव समाज के लोग गो पालन और डेयरी का काम करते हैं।
शेर मोहम्मद का कहना है कि बहरोड़ की घटना के बाद मेव समाज को यह लगने लगा है कि गो पालन व डेयरी व्यवसाय के दौरान कभी भी गो-तस्करी का आरोप लग सकता है।
उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन व पुलिस मेव समाज की सुरक्षा की गारंटी नहीं देता, बहरोड़ मामले की जांच सही ढंग से नहीं होती तब तक प्रतिदिन मेव समाज के लोग अपनी गायें प्रशासन को सौंपते रहेंगे।
इसकी शुरुआत गुरुवार को उन्होंने अपनी दो गायें जिला कलेक्टर को सौंपकर की। अब मेव समाज के लोग या तो कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर गाय प्रशासन को सौंपेंगे या फिर उप खंड स्तर पर एसडीएम को गाय सौंपेंगे।
गौरतलब है कि बहरोड़ के कथित गोरक्षकों की मारपीट के बाद कथित गो-तस्कर पहलू खां की मौत हो गई थी। वहीं 15 लोग घायल हो गए थे। ये सभी हरियाणा के निवासी थे।
इसके बाद इस मामले की गूंज संसद, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मारपीट के मामले दर्ज किए। इस मामले में चार की गिरफ्तारी हो चुकी।
जांच में सामने आया है कि गोवंश ले जाने वालों के पास ट्रांजिट परमिट नहीं था। इधर, हरियाणा में हथिन से पूर्व विधायक मास्टर अजमत खां पहले ही कह चुके हैं कि अब मुस्लिम गाय पालना छोड़ सकता है। इसका निर्णय हथिन में होने वाली महापंचायत में होगा।