अयोध्या: 5 साधुओं ने साल भर तक मंदिर में किया महिला का बलात्कार, बेटी को भी नहीं छोड़ा
अयोध्या। साधू के भेष में शैतान नामक कहावत शायद ऐसे ही लोगों के ऊपर लागू होती है जो अपने भेष से लोगों को छलते हैं। मामला राम की पावन नगरी अयोध्या का है जहाँ एक अधेड़ उम्र की महिला और उसकी बेटी ने पांच साधुओं पर बलात्कार करने का आरोप लगाया है। पांचों आरोपी अयोध्या स्थित मंदिर के साधु ही हैं।
पीड़ित पक्ष ने कार्रवाई को लेकर फैजाबाद पुलिस में मामले की शिकायत दी थी। कुछ नहीं होने पर पीड़िताओं ने अब न्याय की आस में स्थानीय अदालत का दरवाजा खटखटाया है। मुख्य दंडाधिकारी ने अयोध्या पुलिस को जल्द से जल्द इस मामले में मामला दर्ज कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
पीड़िताएं यहीं अयोध्या के जानकी निवास मंदिर में रहती हैं। उनका आरोप है कि पांचों आरोपी साधु भी उसी मंदिर के हैं। वे बीते एक साल से उनका बलात्कार करते आ रहे थे। हद तो तब हो गई जब दो फरवरी 2017 को उन्होंने पीड़िता की बेटी को भी अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया। ऐसे में उनसे बर्दाश्त ना हुआ और वे मामले की शिकायत करने पुलिस के पास पहुंचीं।
सबसे हैरान करने वाली बात है कि पुलिस ने इस मामले में पांचों आरोपी साधुओं के खिलाफ शिकायत भी लेनी जरूरी नहीं समझी। आरोपियों में सुदामा दास, संजय दास, रामकुमार दास, गुलशन दास और रघुवर शामिल हैं। यही नहीं, इनके साथ नैना देवी नाम की साध्वी दासी भी दोनों को परेशान किया करती थी। पीड़ित पक्ष की शिकायत के आधार पर मामला फैजाबाद कोर्ट में है।
पीड़ित पक्ष की ओर से दायर की गई याचिका पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजेश पराशर ने शनिवार को अयोध्या पुलिस को पांचों साधुओं के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई का आदेश जारी किया है।