अब युवाओं के हाथो में होगी कांग्रेस की कमान, ये है प्लान
नई दिल्ली। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद अब कांग्रेस संगठन में बड़ा फेरबदल होने की उम्मीद जताई जा रही है। यह बदलाव इसलिए भी होगा क्यों कि अगले वर्ष 2018 में कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। खासकर इन राज्यों में पार्टी प्रदेश अध्यक्षों को बदलने की तैयारी में है ताकि क्षेत्र में काम करने का समय मिल सके।”
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी कमान मिलने की चर्चा तेज हो गई है। इतना ही नहीं राज्यों में भी व्यापक फेरबदल कर संगठन में युवा चेहरों को बड़ी ज़िम्मेदारियाँ देने पर विचार किया जा रहा है। कांग्रेस सूत्रों की माने तो मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ तथा गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनावो में भी युवा चेहरों को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट किये जाने पर भी मुहर लगायी जा चुकी।
इन संभावनाओं के बीच बताया जा रहा है कि राज्यों में भी नए चेहरों को प्राथमिकता दी जाएगी। राजस्थान में सचिन पायलट को पार्टी मानकर चल रही है कि वे बेहतर काम कर रहे हैं। राजस्थान में इस बार बड़ा एक्पेरिमेंट करते हुए सचिन पायलट को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट किये जाने की पूरी संभावनाएं हैं।
वहीं मध्य प्रदेश में अरुण यादव को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी से हटाकर ज्योतिरादित्य सिधिंया, हरियाणा में अशोक तंवर की जगह दीपेंद्र हुड्डा, मुंबई प्रदेश अध्यक्ष के पद पर मिलिंद देवड़ा, असम में गौरव गोगोई या सुष्मिता देव को कमान देने के अलावा छत्तीसगढ़, गुजरात, बिहार और महाराष्ट्र में भी बदलाव होना तय माना जा रहा है।
वहीं दक्षिण के राज्यों के लिए पार्टी नए चेहरे की तलाश में जुट गई। पार्टी के सूत्र बताते हैं कि कई राज्यों में कांग्रेस के कई नेता सुस्ती के साथ काम कर रहे हैं उन नेताओं की जगह भी नए लोगों को मौका दिया जा सकता है। इन बदलावों की ओर जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इंतजार कर रहे हैं वहीं नए लोग भी उम्मीद लगाए हुए हैं कि उन्हें कोई बड़ी जिम्मेवारी मिल सकत है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पांच राज्यों के विधानसभा चुनावो के नतीजों से पार्टी आलाकमान यह मान चुका है कि प्रदेशो में संगठन को मजबूत करने के लिए युवा चेहरों को नज़रअंदाज कर पुराने नेताओं पर दांव लगाना घाटे का सौदा साबित हो सकता है। सूत्रों ने कहा कि जल्द ही प्रदेश स्तर पर संगठनो में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। वहीँ यह तय है कि आगामी विधानसभा चुनावो में युवा चेहरों को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट किया जाएगा।