मनीष सिसोदिया के लॉकर की तलाशी में सीबीआई को क्या मिला?

नई दिल्ली। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि सीबीआई को उनके बैंक लॉकर की तलाशी में कुछ भी नहीं मिला है। सिसोदिया ने खुद को क्लीनचिट देते हुए कहा कि सीबीआई केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रही है।
सीबीआई द्वारा बैंक लॉकर की तलाशी लिए जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ‘‘ मुझे खुशी है कि मुझे आज तलाशी में सीबीआई से ‘क्लीन चिट’ मिली। उन्हें मेरे लॉकर या आवास की तलाशी से कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे कानून का उल्लंघन होता हो।’’
बता दें कि सीबीआई के चार सदस्यीय एक दल ने गाजियाबाद के वसुंधरा स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शाखा में सिसोदिया के बैंक लॉकर की आज यानी मंगलवार को करीब दो घंटे तलाशी ली। इस दौरान सिसोदिया भी अपनी पत्नी के साथ बैंक में मौजूद थे।
अन्ना हज़ारे ने लिखा केजरीवाल को पत्र:
इस बीच दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति को लेकर प्रमुख सामाजिक कार्यकर्त्ता अन्ना हज़ारे ने नाराज़गी जताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अऱविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है।
इतना ही नहीं अन्ना हज़ारे ने अपने पत्र में दिल्ली सरकार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना भी साधा है। अन्ना हज़ारे ने पत्र में लिखा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री सत्ता के नशे में डूब गए हैं।
हज़ारे ने पत्र में लिखा कि अरविंद केजरीवाल ने स्वराज पुस्तक में बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन उनके आचरण पर उसका असर नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि “नीति भ्रष्टाचार को बढ़ावा देगी और यह बात लोगों के हित में बिल्कुल नहीं है। लेकिन फिर भी, आपने नई शराब नीति लाने का निर्णय लिया। शराब की लत की तरह, सत्ता की लत है और ऐसा लगता है कि आप इसमें डूब गए हैं।”
इतना ही नहीं अन्ना हज़ारे ने अपने पत्र में दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति की आलोचना करते हुए लिखा कि नई आबकारी नीति दर्शाती है कि एक ऐतिहासिक आंदोलन को नुकसान पहुंचाकर पैदा हुई पार्टी अब दूसरी पार्टियों की राह पर चल रही है, जो दर्दनाक है। उन्होंने कहा कि सीएम बनने के बाद केजरीवाल लोकपाल और लोकायुक्त कानून भूल गए।