राजस्थान सरकार के मंत्री की पीएम मोदी से अपील: सांसो का मोलभाव न करें

राजस्थान सरकार के मंत्री की पीएम मोदी से अपील: सांसो का मोलभाव न करें

जयपुर। कोरोना वैक्सीन को लेकर कांग्रेस और बीजेपी शासित राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में एक मंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया है कि वे महामारी के समय में सांसो का मोलभाव कर रहे हैं और माहमारी को कांग्रेस और बीजेपी में बांट रहे हैं।

राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि जब महामारी आती है तब मोलभाव नहीं किए जाते। आप सासों का मोलभाव कर रहे हैं। कांग्रेस और बीजेपी में बीमारी को बांटोगे। आप ने वैक्सीन लाने में देर की, फिर लगाने में देर की, फिर आप ने वैक्सीन बाहर भेज दी।

प्रताप सिंह खाचरियावास का यह बयान उस समय आया है जब खुलासा हुआ है कि केंद्र सरकार सीरम इंस्टीट्यूट से खरीदी जा रही वैक्सीन पर राज्यों से 5% जीएसटी वसूल रही है।

दैनिक भास्कर में प्रेषित इस खबर में कहा गया है कि राजस्थान सरकार को वैक्सीन की पहली खेप की डोज पर ही 56 करोड़ से ज्यादा की जीएसटी चुकानी पड़ रही है। इतने में राज्य को 18 लाख डोज और मिल जाती।

खबर के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट राज्य को एक डोज 315 रुपए में दे रहा है, इसकी मूल कीमत 300 रुपए है और 15 रुपए जीएसटी है। 18 साल से ऊपर की पूरी आबादी को दोनों डोज लगाने के लिए 7.50 करोड़ वैक्सीन की जरूरत होगी।

दोनों खेप को मिलाकर केंद्र सरकार 112 करोड़ की जीएसटी वसूल लेगी। केंद्र सरकार जीएसटी माफ कर दे तो 18 लाख से ज्यादा की आबादी को वैक्सीन के दोनों डोज लगाने जितना पैसा बच जाएगा।

वहीँ विदेशो से भारत भेजी जा रही वैक्सीन को जीएसटी मुक्त रखा गया है। इसके बावजूद अपने देश में ही बन रही वैक्सीन पर केंद्र सरकार 5% जीएसटी चार्ज कर रही है।

गौरतलब है कि राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक में कई राज्यों ने वैक्सीन की अलग अलग कीमत को लेकर सवाल उठाये थे। राज्यों का कहना था कि वैक्सीन सभी टेक्स भारो से मुक्त हो जिससे राज्यों पर इसका कम भार पड़े।

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TeamDigital