पीएम के खिलाफ पोस्टर का मामला पहुंचा सुप्रीमकोर्ट
नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन की किल्ल्त को लेकर दिल्ली में पीएम मोदी के खिलाफ लगाए गए पोस्टर मामले में 25 लोगों की गिरफ्तारी को लेकर अब यह मामला सुप्रीमकोर्ट में पहुंच गया है।
सुप्रीमकोर्ट में दायर की गई एक याचिका में गिरफ्तार किये गए लोगों के खिलाफ सभी मामले निरस्त करने की मांग की गई है। यह याचिका अधिवक्ता प्रदीप कुमार द्वारा दायर की गई है।
इस याचिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हवाला देते हुए इस संबंध में दायर एफआईआर को रद्द करने की मांग की गई है। ऐसे पोस्टर लगाने को लेकर करीब दो दर्जन लोगों के खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज की गई है। मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
इतना ही नहीं याचिका में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व आदेशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि इस मामले में संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना अभिव्यक्ति के स्वतंत्रता अधिकारी के विपरीत है।
याचिका में न केवल एफआईआर को रद्द करने की मांग की गई है बल्कि एफआईआर दर्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर न्यायालय की अवमानना का मामला चलाए जाने की भी मांग की गई है।
क्या है मामला:
देश के कई राज्यो में कोरोना वैक्सीन की किल्ल्त के बीच दिल्ली में पोस्टर लगाए गए थे। इन पोस्टरों पर लिखा था “मोदी जी हमारे बच्चो की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी।” इन पोस्टरों को लेकर दिल्ली पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करते हुए 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्रवाही पर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथो लेते हुए इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी का गला घोंटना करार दिया है।