अब महात्मा गांधी के प्रपौत्र ने कहा, “सावरकर ने मांगी थी अंग्रजो से माफ़ी, इतिहास में मौजूद है सबूत”
मुंबई। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हिन्दू विचारक विनायक दामोदर सावरकर द्वारा अंग्रजी हुकूमत से माफ़ी मांगने की टिप्पणी को लेकर देश में नई बहस छिड़ गई है।
गुरुवार को राहुल गांधी ने अकोला (महाराष्ट्र) में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वीर सावरकर द्वारा अंग्रजी हुकूमत को लिखी गई चिट्ठी की प्रति दिखाते हुए कहा था कि वीर सावरकर अंग्रजी हुकूमत की मदद करते थे।
राहुल गांधी के बयान पर आज बीजेपी के कई नेताओं ने पलटवार किया। वहीँ शिवसेना ने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वह वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिये गए बयान से सहमत नहीं है।
इस बीच शुक्रवार को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया है। तुषार गांधी ने कहा कि यह सच है कि वीर सावरकर अंग्रेजों के दोस्त थे, उन्होंने अंग्रेजों से जेल से बाहर निकलने के लिए माफी मांगी थी।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए तुषार गांधी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वीर सावरकर द्वारा अंग्रजो से माफ़ी मांगने की जानकारी हमने व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से लिया है, इतिहास में सबूत हैं।
वहीँ राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर तुषार गांधी ने कहा कि यात्राएं परंपरा का हिस्सा हैं, जिन्होंने वर्षों में कई क्रांतियों को जन्म दिया है। आज जब देश हमारे पूर्वजों द्वारा स्थापित किए गए मूल्यों के खिलाफ आगे बढ़ रहा है, तो लोगों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण हो जाता है कि हमने हार नहीं मानी है।
वीर सावरकर को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र के ठाणे में शिकायत दर्ज कराई गई है। यह शिकायत गुरुवार को ठाणे नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है।
शिकायत में कहा गया है कि राहुल गांधी की टिप्पणी से स्थानीय नागरिकों की भावनाएं आहत हुई हैं। वहीं, शिकायत पर ठाणे पुलिस ने आईपीसी की धारा 500, 501 के तहत गैर-संज्ञेय (एनसीआर) मामला दर्ज किया है।