आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील: कोर्ट के फैसले को शांतिपूर्वक करें स्वीकार

आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील: कोर्ट के फैसले को शांतिपूर्वक करें स्वीकार

लखनऊ। अयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीमकोर्ट का फैसला आने से पहले आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने अपील की है कि कोर्ट का जो भी फैसला आये उसे सभी शांतिपूर्व स्वीकार करें।

एआईएमपीएलबी के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि सभी लोगों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए और स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से कहा है कि अगर फैसला उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं भी उतरता है तो भी वे किसी भी प्रकार का विरोध प्रदर्शन या नारेबाजी न करें।

उन्होंने कहा कि देश में माहौल खराब करने की कोशिश नहीं होनी चाहिए और इसके लिए सोशल मीडिया पर भी सावधानी बरतनी चाहिए। मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि किसी भी मुस्लिम को परिणामों से डरने या आशंकित होने की कोई आवश्यकता नहीं है।

वहीँ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने भी कहा है कि अदालत का फैसला सभी के लिए स्वीकार्य होगा और देश में शांति भंग करने के लिए किसी भी पक्ष द्वारा कोई प्रयास नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम संविधान और कानून का सम्मान करते हैं और कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे। शांति भंग करने का प्रयास करने वालों को इस्लाम का सच्चा अनुयायी नहीं कहा जा सकता।”

इससे पहले कल दिल्ली में शुरू हुई राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस) के प्रचारकों की बैठक में भी अयोध्या मामले में सुप्रीमकोर्ट के फैसले को स्वीकार करने की अपील की गयी।

संघ ने कहा कि ‘आगामी दिनों में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के वाद पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने की संभावना है। निर्णय जो भी आए उसे सभी को खुले मन से स्वीकार करना चाहिए. निर्णय के पश्चात देश भर में वातावरण सौहार्दपूर्ण रहे, इस विषय पर भी बैठक में विचार हो रहा है।’

गौरतलब है कि सुप्रीमकोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। इस मामले में देश की सर्वोच्च अदालत 17 नवंबर से पहले फैसला सुना सकती है। इसी दिन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई अपने पद से रिटायर भी होंगे।

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TeamDigital