नागरिकता बिल पर समर्थन को लेकर जेडीयू में रार, पीके के बाद पार्टी प्रवक्ता ने उठाये सवाल
नई दिल्ली। नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर जनता दल यूनाइटेड में रार पैदा हो गई है। इस बिल के समर्थन को लेकर जनता दल यूनाइटेड दो भागो में बंटता दिखाई दे रहा है।
जनता दल यूनाइटेड के दो नेताओं ने नागरिकता बिल पर समर्थन को लेकर पार्टी से पुनर्विचार करने की मांग उठाई है। पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के बाद अब पवन वर्मा ने भी इस बिल का विरोध किया है।
लोकसभा में जदयू ने नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया था। लोकसभा में जदयू के कुल 16 सांसद हैं जबकि राज्यसभा में जदयू के कुल 6 सांसद हैं। यदि जनता दल यूनाइटेड नागरिकता संशोधन बिल पर अपने कदम खींचता है तो इस बिल को राज्य सभा में पास कराने में सरकार उलझ सकती है।
जदयू प्रवक्ता पवन कुमार वर्मा ने मंगलवार को ट्विटर पर कहा कि “मैं नीतीश कुमार से अपील करता हूं कि राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल (CAB) पर समर्थन पर दोबारा विचार करें, ये बिल पूरी तरह से असंवैधानिक है और देश की एकता के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि ये बिल जदयू के मूल विचारों के भी खिलाफ हैं, गांधी जी इसका पूरी तरह से विरोध करते।”
वहीँ इससे पहले जनता दल यूनाइटेड के उपाध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले प्रशांत किशोर भी नागरिकता संशोधन बिल को लेकर जनता दल यूनाइटेड द्वारा समर्थन किये जाने पर विरोध जता चुके हैं।
प्रशांत किशोर ने ट्वीटर पर अपने ट्वीट में नागरिकता संशोधन बिल की आलोचना करते हुए इसे धर्म के आधार पर भेदभाव करने वाला करार दिया था। उन्होंने कहा कि जनता दल यूनाइटेड द्वारा इस बिल का समर्थन करना दुर्भाग्यपूर्ण है।