कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर का भारी विरोध, गुस्साई जनता ने कीचड़ फेंकी
श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर को उस समय विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा जब अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में बाढ़ का जायजा लेने पहुंचे नरेंद्र सिंह तौमर का जनता ने भारी विरोध किया और उन्हें मुश्किल से वहां से निकाला गया।
श्योपुर में भारी वर्षा और जल भराव अस्तव्यस्त हो गया है, कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। इसके बावजूद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर चार दिन बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों की सुध लेने पहुंचे। इस पर उन्हे जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर का मध्यप्रदेश के श्योपुर में जनता ने जमकर विरोध किया और दूसरी ओर काफिले पर आक्रोशित जनता ने कीचड़ भी फेंका। श्योपुर शहर मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में स्थित मुरैना लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। नरेंद्र सिंह तौमर मुरैना से लोकसभा सांसद हैं।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, शनिवार को जब जब कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर बाढ़ पीड़ितों से मिलने शहर के कराटिया बाजार पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने उनका घेराव किया और नारेबाजी की। इस दौरान कुछ महिलाएं रोती दिखाई दीं तो क्रषि मंत्री महिलाओं को सांत्वना देने के लिए कार से नीचे उतर कर महिलाओं की तरफ बढे। इस दौरान लोगों ने उन्हें वापस जाने को मजबूर कर दिया और नरेंद्र सिंह तौमर की तरफ सूखी लकड़ियों के टुकड़े तथा कीचड़ उछाली।
लोगों को गुस्से में देख सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों ने नरेंद्र सिंह तौमर को भीड़ से अलग कर उनकी गाड़ी में बिठाकर रवाना कर दिया। नाराज़ लोगों का आरोप है कि क्षेत्रीय सांसद होने के बावजूद नरेंद्र सिंह तौमर जनता की सुध लेने सिर्फ चुनाव के दौरान ही आते हैं।