बजट पर बोले पूर्व वित्त मंत्री, “अब तक का सबसे पूंजीवादी बजट, गरीब का जिक्र सिर्फ दो बार”

बजट पर बोले पूर्व वित्त मंत्री, “अब तक का सबसे पूंजीवादी बजट, गरीब का जिक्र सिर्फ दो बार”

नई दिल्ली। बजट 2022 को लेकर कांग्रेस ने निराशा जताई है। पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि पूरे बजट भाषणा के दौरान केवल दो बार ही ‘गरीब’ शब्द बोला गया। आज का बजट भाषण किसी भी वित्त मंत्री की ओर से पढ़ा गया अब तक सबसे ज्यादा पूंजीवादी भाषण था।

चिदंबरम ने बजट में दिए गए आंकड़ों और अर्थव्यवस्था की स्थिति, बेरोजगारी तथा कृषि की स्थिति से जुड़े आंकड़े रखते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने हर मुख्य योजना से जुड़ी सब्सिडी में कटौती की है। सरकार इसे बहुमत के बल पर संसद में भले ही पारित करा ले, लेकिन जनता इसे खारिज कर देगी।

चिदंबरम ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अभी तक 2019-20 के महामारी से पहले के स्तर तक नहीं पहुंच पाई है। पिछले दो वर्षों में लाखों नौकरियां चली गई हैं, कुछ शायद हमेशा के लिए। लगभग 60 लाख एमएसएमई बंद हुए हैं। कोरोना की महामारी के दो वर्षों में 84 फीसदी परिवारों की आय को नुकसान हुआ है।

उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति आय 2019-20 में 1,08,645 रुपये थी जो 2021-22 में घटकर 1,07,801 रुपये रह गई या उससे भी कम। प्रति व्यक्ति व्यय 2019-20 में 62,056 रुपये थी जो 2021-22 में घटकर 59,043 रुपये रह गई है। एक अनुमान के अनुसार, 4.6 करोड़ लोग अत्यधिक गरीबी में चले गए हैं। स्कूली खासतौर से ग्रामीण भारत और सरकारी स्कूलों में एनरोल बच्चों में सीखने की भारी कमी आई है। बच्चों में कुपोषण, स्टंटिंग और वेस्टिंग में बढ़ोतरी हुई है और भारत की रैंक ग्लोबल हंगर इंडेक्स में गिरी है, यह 101 (116 देशों में से) स्‍थान तक पहुंच गया है।

वहीँ इससे पहले बजट 2022 को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस नेता और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि वेतन कटौती और उच्च मुद्रास्फीति के कारण वेतनभोगी और मध्यम वर्ग प्रभावित हुए हैं।

सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि “भारत के वेतनभोगी वर्ग और मध्यम वर्ग महामारी, चौतरफा वेतन कटौती और बैक ब्रेकिंग मुद्रास्फीति के समय में राहत की उम्मीद कर रहे थे। वित्त मंत्री और पीएम ने उन्हें प्रत्यक्ष कर उपायों में फिर से निराश किया है।”

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TeamDigital