लालू यादव के जेल से रिहा होते ही बदले मांझी के तेवर, मोदी सरकार पर लगाए आरोप

लालू यादव के जेल से रिहा होते ही बदले मांझी के तेवर, मोदी सरकार पर लगाए आरोप

पटना ब्यूरो। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के जेल से रिहा होते ही नीतीश सरकार में शामिल हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के तेवर बदले हुए नज़र आ रहे हैं।

कोरोना महामारी पर सरकारी प्रबंधों को लेकर नीतीश सरकार की आलोचना करने के बाद अब जीतनराम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।

मंगलवार को जीतनराम मांझी नेटव ट्वीट कर कहा, “कई योजनाओं में केन्द्र के हिस्से का पैसा बिहार को नहीं मिल रहा, जिससे सूबे का विकास प्रभावित हो रहा है। मैं धन्यवाद देता हूं नीतीश कुमार को कि बिना केन्द्रीय मदद के आपने आपदा की इस घड़ी में शिक्षकों का वेतन दिया। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के लिए डॉक्टरों की नियुक्ति कर रहें हैं।”

इससे पहले जीतनराम मांझी ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि “बिहार से एनडीए के 40 में से 39 लोकसभा सांसद, 9 राज्यसभा सांसद, 5 केंद्रीय मंत्री हैं. 16 वर्षों से एनडीए के सीएम नीतीश कुमार और दो-दो उपमुख्यमंत्री हैं, फिर भी बिहार वैक्सीन, ऑक्सीजन और बेड की उपलब्धता में सबसे नीचे है। इतनी बेशर्म, विफल, नाकारा और निकम्मी सरकार पृथ्वी ग्रह पर कहीं और नहीं मिलेगी।”

इतना ही नहीं जीतनराम मांझी ने सवाल भी दागा और पूछा कि “क्या आपने नीतीश जी को किसी बैठक में मजबूती से बिहार का हक-हिस्सा मांगते देखा और सुना है। बाकी प्रदेशों के सीएम तार्किक, तथ्यात्मक और आक्रामक रूप से अपने प्रदेश की समस्याओं, संसाधनों की कमी, केंद्र द्वारा असहयोग इत्यादि को खुल कर व्यक्त करते हैं। लेकिन ये डरे सहमे और दुबके से रहते हैं।”

गौरतलब है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) एनडीए का हिस्सा है और वह नीतीश सरकार में शामिल है। कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के जेल से रिहा होने के बाद से जीतनराम मांझी के तेवर बदल गए हैं और वे कभी भी कोई बड़ा एलान कर सकते हैं।

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