टिकैत का एलान: जब भी दिल्ली जाएंगे हम संसद में जाएंगे
नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने एलान किया है कि हम (किसान) जब भी दिल्ली आएंगे तो संसद जायेंगे। टिकैत ने कहा कि संसद तो किसानों का अस्पताल हैं। वहां हमारा इलाज होगा। हमें पता चला हैं कि किसानों का इलाज एम्स से अच्छा तो संसद में होता है। हम अपना इलाज वहां कराएंगे। जब भी दिल्ली जाएंगे हम संसद में जाएंगे।
राकेश टिकैत ने कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन को तेज करने का भी ऐलान किया। उन्होंने एक ‘ट्रैक्टर रैली’ की ओर इशारा करते हुए कहा कि दिल्ली बिना ट्रैक्टर के नहीं मानती है।
उन्होंने किसान आंदोलन को और तेज करने का एलान करते हुए कहा कि आज की बैठक में हमने अपने आंदोलन को मजबूत करने का निर्णय लिया है। हमने दो और रैली निकालने का फैसला किया है।
टिकैत ने बताया कि एक ट्रैक्टर रैली 9 जुलाई को निकाली जाएगी, जिसमें शामली और बागपत के लोग शामिल होंगे और वे 10 जुलाई को सिंघु बॉर्डर पहुंचेंगे। वहीं दूसरी रैली 24 जुलाई को आयोजित होगी, जिसमें बिजनौर और मेरठ के लोग होंगे। 24 जुलाई की रात को वे मेरठ टोल पर रुकेंगे और 25 जुलाई को गाजीपुर बॉर्डर पहुंचेंगे।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के 7 वर्ष पूरे होने पर शनिवार को आयोजित प्रदर्शन के दौरान कई लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया। इस पर टिकैत ने कहा, “हमारे जिन प्रदर्शनकारियों को पकड़ा गया है, उन्हें या तो तिहाड़ जेल भेजो या फिर राज्यपाल से इनकी मुलाकात कराओ। हम आगे बताएंगे कि दिल्ली का क्या इलाज करना है। दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती है। लड़ाई कहां होगी, स्थान और समय क्या होगा, यह तय कर बड़ी क्रांति होगी।
गौरतलब है कि कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी के लिए कानून बनाये जाने की मांग को लेकर देश के किसान 26 नवंबर, 2020 से दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।