फ्लोर टेस्ट के लिए कमलनाथ ने कमर कसी: बागी विधायकों से हो गई कमलनाथ की डील!

भोपाल ब्यूरो। सुप्रीमकोर्ट द्वारा मध्य प्रदेश विधानसभा में कल शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराये जाने का आदेश दिए जाने के बाद भोपाल से लेकर दिल्ली तक राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं।
इस बीच खबर है कि फ्लोर टेस्ट के लिए कमलनाथ सरकार ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। बेंगलुरु में रुके 16 विधायकों को भोपाल वापस लाने के अंतिम प्रयास शुरू हो चुके हैं।
कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने बेंगलुरु में रुके 16 विधायकों की वापसी के प्रयासों की पुष्टि की है। पीसी शर्मा ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि हम कल विधानसभा में अपनी गिनती सिद्ध करेंगे। उन्होंने कहा कि 16 विधायकों को लाने का प्रयास अभी किया जा रहा है।
वहीँ मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सुप्रीमकोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि ‘हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश (कल विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने) के हर पहलू का अध्ययन करेंगे, अपने कानूनी विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे और उनकी सलाह के आधार पर कोई भी फैसला लेंगे।’
इससे पहले सुप्रीमकोर्ट का फैसला आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर एक आपात बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक कल विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान बहुमत साबित करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पार्टी के विधायकों और वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से बातचीत की।
न्यूज़ 18 के मुताबिक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया कि उनकी बागी कांग्रेस विधायकों से गुपचुप बातचीत हुई थी। वे विधानसभा में दोबारा बहुमत हासिल करेंगे।
कमलनाथ ने कहा कि अगर उनका (विधायकों का) ब्रेन वाश हुआ रहता तो वे मुझे फोन नहीं करते। कमलनाथ ने किसी भी परिस्थिति में बागी विधायकों के सहयोग से शिवराज सिंह चौहान के दोबारा सत्ता में आने से साफ इनकार किया।
वहीँ एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कमलनाथ ने कहा कि वे शिवराज की किसी भी गुगली से बोल्ड नहीं होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने उनमें से कई विधायकों से कई बार बातचीत की है। मुझे अपने विधायकों पर भरोसा है, मैं उनसे संपर्क में हूं।
वहीँ पार्टी सूत्रों की माने तो आज दिन में एक दो बार नहीं बल्कि कमलनाथ ने चार बार बागी विधायकों में से कुछ विधायकों से बातचीत की। सूत्रों के मुताबिक सुप्रीमकोर्ट का फैसला आने के बाद भी कमलनाथ के आवास पर हुई बैठक से पहले भी एक बार मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बागी विधायकों से बात करके भोपाल आने पर उन्हें राजी कर लिया है।
सूत्रों ने कहा कि अब बागी विधायकों को बेंगलुरु से वापस लाने की तैयारियां की जा रही हैं और माना जा रहा है कि करीब 10 विधायक कमलनाथ के सम्पर्क में आ चुके हैं और वे किसी भी समय भोपाल के लिए रवाना हो सकते हैं।
फिलहाल सभी की नज़रें कल विधानसभा में होने वाले बहुमत परीक्षण पर टिकी हैं। कमलनाथ सरकार सदन में विश्वास मत हासिल कर पाएगी या नहीं ये सब विधायकों की तादाद पर निर्भर करेगा। फिलहाल की संख्या को देखें तो कमलनाथ सरकार के विधायकों की तादाद विपक्षी बीजेपी से कम है।